Sanjay Tiger Reserve में आधा दर्जन लाकर छोड़े गए गौर, जोरों से चल रही वापसी

Sanjay Tiger Reserve सीधी में मवेशियों की एक लुप्तप्राय प्रजाति गौर 30 साल बाद पिछले साल वापस लौट आई। अब फिर से आधा दर्जन गौर को लाकर छोड़ दिया गया है, जो संजय टाइगर रिजर्व की शान बढ़ाएंगे। मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक जबकि पिछले साल जून में कान्हा नेशनल पार्क से 35 गौर लाकर छोड़ी गई थी। इन्हें टाइगर रिजर्व क्षेत्र के पोडी रेंज में स्वतंत्र रूप से घूमने के लिए छोड़ दिया गया है।

गौर की सबसे बड़ी आबादी है भारत में

यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। गौर को यहां लाने की योजना काफी समय से चल रही थी। जो जंगली गौर जानवरों में सबसे बड़ा है। यह दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाने वाला एक बड़ा, काले बालों वाला मवेशी है। इसकी सबसे बड़ी आबादी भारत में पाई जाती है। यह मवेशियों में सबसे बड़ा है, जिसका वजन 600 से 700 किलोग्राम है। उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए शांत करना पड़ता है।

आधा दर्जन गौर को पोंडी रेंज के जंगलों में छोड़ा गया

गौर के जीर्णोद्धार से पहले संजय टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने विशेषज्ञों से क्षेत्र का सर्वेक्षण कराया, जहां रिजर्व क्षेत्र का पोंड़ी रेंज उनके लिए उपयुक्त साबित हुआ। इन्हें वापस लाने के प्रयास पिछले कुछ वर्षों से चल रहे हैं, जो वापसी सफल रही है। जहां 50 गौर को आयात करने के लिए अधिकृत किया गया था। जिनमें से 35 गौर पिछले साल लाए गए थे, अभी हाल ही में 6 गौर को फिर से पोंड़ी रेंज में छोड़ा गया है।

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