कॉलोनी में मकान गिरने से सात लोगों की मौत और कई अन्य गंभीर, रेस्क्यू में लगी टीम
Building Collapse News : मेरठ की जाकिर कॉलोनी में मकान गिरने से सात लोगों की जान चली गई और कई लोगों की जान खतरे में पड़ गई। जो घर मलबे में तब्दील हो गया वह 300 गज चौड़ा और 50 साल पुराना था। 20 साल से पशु डेयरी चला रहे अलाउद्दीन की मौत के बाद उनके चार बेटे साजिद, नदीम, नईम, शाकिर ग्राउंड फ्लोर पर चला रहे थे। ऊपर चारों भाइयों का परिवार रहता था। उस पूरे घर में एक ही खंभा था और वो गेट पर था और घर की दीवारें भी चार इंच मोटी थीं। लिंटर के नीचे परिवार दब गया और उन्हें बचाना मुश्किल हो गया।
छह दिन पहले मकान का एक छोटा सा हिस्सा ढह गया, जिसे परिवार ने नजरअंदाज कर दिया। चार दिन से हो रही बारिश से मकान की नींव धंस गई। शनिवार शाम करीब साढ़े चार बजे साजिद और उसके तीन भाइयों का परिवार घर की ऊपरी मंजिल पर मौजूद था। अचानक तीन मंजिला मकान ढह गया और पूरा परिवार मलबे में दब गया। अगर हादसा एक घंटे बाद होता तो करीब 40 लोग मलबे में दब सकते थे। इस हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई।
मेरठ के लोहियानगर थाना क्षेत्र की जाकिर कॉलोनी में शनिवार शाम तीन मंजिला मकान गिर गया। इसके मलबे में छह बच्चों समेत 14 लोग और मवेशी दब गए। मलबे में दबने से सात की मौत हो गई। इनमें साजिद (40) पुत्र अलाउद्दीन, साकिब (20) पुत्र साजिद, सानिया (15) पुत्री साजिद, सानिया (15) पुत्री साजिद, रीजा (7) पुत्री साजिद, सिमरा (डेढ़ साल) पुत्री शहजाद, नफीसा (63) उर्फ नफ्फो पत्नी अलाउद्दीन और फरजाना शामिल हैं।