गैंगरेप से दहला मध्यप्रदेश, 4 लड़कियों के साथ सात लोगों ने किया सामूहिक दुष्कर्म
मध्यप्रदेश के बालाघाट में बारात से लौट रही 4 युवतियों से 7 आरोपियों ने बारी बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया जिसका खुलासा हो गया है।

नक्सल प्रभावित हट्टा थाना क्षेत्र में आदिवासी बच्चियों से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में नया खुलासा हुआ है। आरोपियों के परिजनों ने पीड़िताओं पर दबाव बनाकर 48 घंटे तक थाने नहीं जाने दिया। घटना के बाद सुबह पीड़िताओं को उनके घर पर धमकाया गया।
घटना के वक्त दरिंदों ने 9 साल की बच्ची के सामने बहनों से हैवानियत की। धमकी से सहमे बच्चियों के परिजन परेशान हो गए। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें डॉक्टर के पास ले जाना पड़ा।
बीजेपी ने सख्त अनुशासन के साथ पार्टी विरोधी नेताओं के खिलाफ उठाए कड़े कदम.!
ग्रामीणों को जानकारी मिली तो आक्रोश फैल गया। यह है मामला… पुलिस ने (Balghat Gang Rape) शनिवार को आरोपी लोकेश मते (22), लालचंद खरे (34), अजेंद्र वाहे (28), अज्जू बागदाते (21), राजेंद्र कावरे (20), मनीराम वाहे (21) को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
एमपी में आयकर विभाग के अधिकारियों के तबादले और अतिरिक्त प्रभार: जानें किसे मिली कौन सी नई जिम्मेदारी
गौरतलब है कि 23 अप्रैल की रात शादी समारोह से लौटते समय दो परिवारों की चार आदिवासी बहनों (4 triber girl raped in balghat) के साथ एक नाबालिग समेत सात आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। सभी आरोपी लड़के उसी गांव के थे, जिनकी पीड़िताओं ने पहचान की थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
धमकी से बालिकाओं (Balaghat Gang Rape) के सदमे में आए परिजन चिंतित हो गए। कुछ पीड़ित बालिकाओं की तबीयत भी बिगड़ गई है, जिन्हें उपचार के लिए ले जाया गया है।
पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है। ग्रामीणों को जब इसकी जानकारी मिली तो गुस्सा फैल गया। 25 अप्रैल को सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मिले। हिम्मत जुटाकर वे हट्टा थाने गए और शिकायत दर्ज कराई।