Sidhi news: सीधी जिले में सरपंच ने दिया त्यागपत्र, मचा हड़कंप, जानिए आखिर क्यों उठाना पड़ा यह कदम।
प्रथम न्याय न्यूज़ सीधी। सीधी जिला भ्रष्टाचार को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहता है जिले में भ्रष्टाचार की कहानी अब आम हो गई है इससे ज्यादा भ्रष्टाचार और कहां हो सकता है जहां एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि ने अपना त्यागपत्र ही दे दिया और इसका मुख्य कारण है भ्रष्टाचार जिसकी जांच आज तक जिले के कलेक्टर सीईओ नहीं करवा पाए जिससे क्षुब्ध होकर सरपंच ने अपना त्यागपत्र देना ही उचित समझा।
जिले का सरकारी अमला लूट खसोट में व्यस्त है। यह हम नही कह रहे है बल्कि ग्राम पंचायत अहिरान टोला की सरपंच श्रीमती गीता देवी तिवारी का शिकायती पत्र कह रहा है। बता दें कि सरपंच ने सचिव की मनमानी को लेकर बीते 6 माहो से दर्जनों बार जिला पंचायत सीईओ से लेकर उच्च न्यायालय तक शिकायत दर्ज कराई है लेकिन कहीं से न्याय नही मिला तो ऐसे में बीते मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान सरपंच ने आत्मदाह की चेतावनी तक दी। हलाकि सरपंच की इस चेतावनी का असर इतना देखने को मिला कि जिला पंचायत सीईओ ने ग्राम पंचायत अहिरानटोला के भ्रष्टाचार की जांच को लेकर तीन सदस्यी टीम गठित की। लेकिन यह टीम सिर्फ कागजों तक सिमट कर रह गई। सरपंच ने सोमवार को भेजे गए शिकायती पत्र में यह साफ उल्लेख किया है कि गत जनसुनवाई में मेरे द्वारा की गई शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम सीईओ जिला पंचायत द्वारा गठित की गई लेकिन यह जांच टीम आज तक मौके पर जांच करने नही पहुंची है। हां मेरी शिकायत का असर इतना जरूर दिखा कि 8 जून को पंचायत भवन में लाडली बहना कार्यक्रम के दौरान पहुंचे कुछ सरहंगो ने मेरे पति के साथ गाली गलौच छीना झपटी कर उल्टा रिपोर्ट दर्ज कराकर परेशान किये है। इसी बात को लेकर मैं अब स्वयं सरपंच पद छोडऩा चाहती हूं जिसे स्वीकार किया जाय।