Sihawal news: 11 माह से नहीं मिली वेतन, दाने-दाने को मोहताज कर्मचारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिहावल का हाल

Sihawal news: 11 माह से नहीं मिली वेतन, दाने-दाने को मोहताज कर्मचारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिहावल का हाल।

प्रथम न्याय न्यूज सीधी। जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिहावल अंतर्गत विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में सेवा दे रहे कर्मचारियों को 11 माह से वेतन नहीं मिला है, पीड़ित कर्मचारियों द्वारा कई बार वेतन को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से मांग कर चुके हैं लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा स्थिति यह है कि इन कर्मचारियों को भोजन के लाले पड़े हुए हैं। बताया गया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिहावल अंतर्गत कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ कर्मचारियों को विगत 11 माह से वेतन की जगह आश्वासन का झुनझुना पकड़ाया जा रहा है उनसे बराबर काम लिया जा रहा है और जब बात वेतन की आती है तो बजट का रोना रोया जाता है। बता दें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिहावल अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बहरी, नकझर, अमरपुर, अमिलिया, बिठौली एवं सिहावल में प्रसव हेतु आने वाली महिलाओं को भोजन एवं चाय नाश्ता बांटने के लिए रोगी कल्याण से कुक एवं कुक हेल्पर की पदस्थापना की गई है, लेकिन इन कर्मचारियों को विगत 11माह से वेतन नहीं मिला है करीब दर्जनभर ऐसे कर्मचारी वेतन की आस में टकटकी लगाए हुए हैं और जब भी उनके द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की जाती है तो बजट का रोना रोया जाता है और कहा जाता है कि शासन से अभी बजट प्राप्त नहीं हुआ है जब आ जाएगा तब आपको भुगतान किया जाएगा इस समस्या को लेकर इन कर्मचारियों द्वारा कई बार अपने वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भी दिया गया है लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला।

यह भी पढ़े: अटैच शिक्षकों पर मेहरबान हैं जिला प्रशासन, शिक्षक बनें लिपिक, स्कूलों में बाधित हैं पढ़ाई, अतिथि शिक्षक हांक रहे शिक्षण व्यवस्था की नाव

जिम्मेदारों के उदासीनता की वजह से हो रही परेशानी 

सिहावल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अंतर्गत संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कुक एवं कुक हेल्फर की भर्ती गत वर्ष स्वास्थ्य अमले द्वारा की गई थी लेकिन इन कर्मचारियों को आज तक वेतन नहीं दिया गया। नाम न छापने की शर्त पर पीड़ित कर्मचारियों ने बताया कि कई बार हम लोगों द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों से वेतन को लेकर बात की गई लेकिन आज तक कोई नतीजा नहीं निकला। पीड़ित कर्मचारियों का आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दें रहे जिसके चलते यह स्थिति बनी हुई है।

Exit mobile version