viral video singrauli: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने एक बार फिर मानवता और प्रशासनिक संवेदनशीलता का उदाहरण पेश किया। जिले के कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला अपनी दरियादिली के लिए जाने जाते हैं और जरूरतमंदों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। हाल ही में, उन्होंने एक अनाथ छात्रा की पढ़ाई का सपना साकार करने के लिए उसकी आर्थिक मदद की।
छात्रा की गुहार और कलेक्टर की त्वरित मदद
मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई चल रही थी। इसी दौरान, ग्राम कोरसर की रहने वाली तारा साकेत, जो कन्या महाविद्यालय बैढ़न में बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा है, कलेक्टर के पास पहुंची। उसकी आँखों में सपने थे, लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए संसाधन नहीं थे। उसने भावुक होकर कहा,
“साहब, मैं पढ़ना चाहती हूं, लेकिन मेरे पास कॉलेज की फीस भरने के पैसे नहीं हैं। मेरे माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। कृपया मेरी मदद करें ताकि मैं अपनी पढ़ाई जारी रख सकूं।”
छात्रा की यह बातें सुनकर कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने न केवल उसे सांत्वना दी, बल्कि उसकी सहायता के लिए तुरंत कदम उठाया। उन्होंने तारा को पास की कुर्सी पर बैठाया, उसका हालचाल पूछा और बिना किसी देरी के 15,000 रुपये का चेक प्रदान किया।
शिक्षा के प्रति संकल्प और प्रेरणा
मदद पाकर तारा का चेहरा खुशी से खिल उठा। उसने कलेक्टर का आभार जताते हुए कहा,
“मुझे पढ़-लिखकर अपने जीवन में कुछ बड़ा करना है। काश, मेरे माता-पिता होते, तो यह सफर आसान होता। लेकिन अब कलेक्टर साहब ने मेरी उम्मीदें जगा दी हैं।
इस पर कलेक्टर शुक्ला ने छात्रा को प्रेरित करते हुए कहा,
“यह राशि तुम्हारी प्रवेश और परीक्षा शुल्क के साथ पाठ्य पुस्तकों के लिए पर्याप्त होगी। यदि आगे भी किसी सहायता की जरूरत पड़े, तो बेहिचक मुझसे संपर्क करना। तुम्हारी पढ़ाई कभी रुकनी नहीं चाहिए।”
मानवता की मिसाल बने कलेक्टर
कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला की यह पहल न केवल प्रशासनिक कर्तव्य की मिसाल है, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा है। उनके इस कदम से यह संदेश जाता है कि यदि प्रशासनिक अधिकारी संवेदनशील हों, तो जरूरतमंदों को सहारा देने के लिए किसी बड़ी प्रक्रिया की जरूरत नहीं होती।
तारा साकेत के सपनों को नई उड़ान देने वाले इस कदम की हर ओर सराहना हो रही है। यह घटना यह साबित करती है कि अगर समाज में अच्छे लोग हों, तो किसी भी मुश्किल हालात में शिक्षा का सपना अधूरा नहीं रह सकता।