एमपी के कॉलेजों में पढ़ाई का नया युग शुरू: जानिए क्या बदलने वाला है

नई शिक्षा नीति से बदलेगा स्नातक कोर्स का चेहरा: 2025 से लागू होगा नया सिस्टम, कॉलेजों में बड़ा बदलाव: अब बीकॉम में भी पढ़ सकेंगे साइंस और मैथ्स!

मध्यप्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सत्र 2025-26 से स्नातक स्तर की पढ़ाई में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। अब नई शिक्षा नीति के तहत ऑर्डिनेंस 14-1 लागू किया जाएगा। पुराने छात्रों पर पहले जैसे नियम यानी ऑर्डिनेंस 14A और 14B ही लागू रहेंगे।

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नई व्यवस्था को सुचारु रूप से लागू करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों से सुझाव मांगे हैं। इसी सिलसिले में कुलपति प्रो. राजकुमार आचार्य ने बुधवार को विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों के साथ बैठक की। बैठक में सभी ने ऑर्डिनेंस 14-1 के संभावित फायदे और चुनौतियों पर चर्चा की और अपने सुझाव दिए।

बदलाव की मुख्य बातें

विषयों की विविधता: अब बीकॉम के छात्र विज्ञान और गणित जैसे विषय भी चुन सकेंगे। इससे छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ने के ज्यादा अवसर मिलेंगे।

शिक्षकों की कमी: कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में विषय-विशेष के शिक्षक नहीं हैं। इस समस्या से निपटने के लिए अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।

नई पहलें

डीआरडीओ, इंडस्ट्री और रिटायर्ड शिक्षकों की मदद ली जाएगी।

छात्रों और शिक्षकों के लिए ओरियंटेशन प्रोग्राम चलाए जाएंगे ताकि वे नई नीति को बेहतर तरीके से समझ सकें।

पढ़ाई के लिए हाइब्रिड (ऑनलाइन + ऑफलाइन) मोड को बढ़ावा दिया जाएगा।

जिन कॉलेजों में शिक्षक नहीं हैं, वहां यूनिवर्सिटी और लीड कॉलेज मिलकर कक्षाएं संचालित करेंगे।

नई शिक्षा नीति के इस बदलाव से शिक्षा व्यवस्था में लचीलापन आएगा और छात्रों को भविष्य के लिए बेहतर रूप से तैयार किया जा सकेगा।

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