वन विभाग टीम ने एक साथ पकड़ा 10 सपेरे, दर्जन भर सांपों को जंगल में छोड़ा
दमोह में नाग पंचमी त्योहार के दिन वन विभाग ने ऐसे सपेरों को पकड़ा जो क्रूरतापूर्वक टोकरियों में सांप रखकर लोगों के घरों में जा रहे थे। सूचना मिलने पर वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और दस से अधिक सपेरों के कब्जे से सांपों को जंगल में छोड़ दिया और सांपों की काउंसलिंग की।
नाग पंचमी के दिन इस तरह से सांपों को ले जाना वर्जित है। सपेरों ने जंगल से छिपकर सांप पकड़ते और उनके साथ क्रूरतापूर्वक व्यवहार करते, टोकरियाँ भरकर क्षेत्र में घुमने लगे। इसकी जानकारी वन विभाग टीम को हुई। उस टीम ने किल्लाई नाके पर दस से अधिक सपेरों को पकड़ा और उसके बाद उन्हें रेंज कार्यालय लाया गया। कई सपेरों ने सांपों के मुंह सिल दिए, कुछ के दांत तोड़ दिए, और गर्म लोहे की छड़ों से सांपों की जहर ग्रंथियों को जला दिया। ताकि, इंसानों को छूने पर वे हमला न करें। सपेरों ने इन सांपों को लोगों के घरों से पकड़ा है।
वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत यह कानूनी अपराध है। नाग पंचमी पर नागों की पूजा करने का अर्थ है उनकी रक्षा करना। उनके साथ ऐसी क्रूरता नहीं की जानी चाहिए। वन विभाग की टीम ने सांप पालने वालों से पूछताछ की और उन्हें हिदायत देकर छोड़ दिया। डीएफओ महेंद्र सिंह वीक ने सपेरों को चेतावनी दी कि दोबारा ऐसा करते पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी।