रीवामऊगंज

मऊगंज: घर के अंदर मिले मां-बच्चों के शव, परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

A heart wrenching incident in Gadra village of Mauganj, the bodies of a father and two children were found together in the house

मऊगंज (मध्यप्रदेश): जिले के गडरा गांव में शनिवार को एक मकान से बदबू आने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोलकर जब अंदर झांका तो तीन लोगों के शव फंदे से लटके मिले। मृतकों की पहचान औसेरी साकेत, उनकी 11 वर्षीय बेटी मीनाक्षी और 8 वर्षीय बेटे अमन के रूप में हुई है।

घटना की जानकारी मिलते ही गांव और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस ने तत्काल फॉरेंसिक टीम को बुलाकर मौके की जांच करवाई और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।

पड़ोसियों का कहना है कि शनिवार सुबह से घर से बदबू आ रही थी। जब खिड़की से झांका गया तो दरवाजा अंदर से बंद था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई।

परिजनों का आरोप – “पुलिस ने की थी मारपीट, सुरक्षा के नाम पर उत्पीड़न”

मृतक औसेरी के परिजनों का आरोप है कि गांव में 15 मार्च को हुई हिंसक घटना के बाद से पुलिस ने सुरक्षा के नाम पर अत्याचार शुरू कर दिए थे। रामकली साकेत ने बताया कि हिंसा के बाद पुलिस ने उनके जेठ (औसेरी) को पीटा था। इसके बाद से उन्होंने घर से निकलना बंद कर दिया था।

ग्रामीणों के अनुसार पुलिस रात में घरों में घुसकर महिलाओं और बच्चों के साथ भी मारपीट करती थी। एक महिला कुसुमकली ने बताया कि घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल था और कोई भी अपने घर से बाहर नहीं निकल रहा था।

पुलिस ने आरोपों से किया इनकार

रीवा आईजी गौरव राजपूत ने कहा कि प्राथमिक जांच में यह मामला पारिवारिक तनाव के चलते सामूहिक आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। वहीं, एसपी दिलीप सोनी ने स्पष्ट किया कि पुलिस का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने बताया कि शवों की पहचान हो चुकी है और पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। एफएसएल टीम से घटनास्थल की गहन जांच कराई गई है।

पिछली हिंसा का गांव पर असर

गौरतलब है कि 15 मार्च को गडरा गांव में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या के बाद हिंसा भड़क गई थी। उस घटना में एक एएसआई की भी मौत हो गई थी, जिसके बाद से गांव में तनाव और भारी पुलिस बल की तैनाती बनी हुई है। फिलहाल पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है और परिजनों के आरोपों की भी जांच की बात कही जा रही है।

मौके पर पहुंचे विधायक और पूर्व विधायक 

इस दिल लहर देने वाली घटना की सूचना मिलते ही सुबह मऊगंज के पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना पहुंचे थे और शासन से एक बार फिर मामले को CBI को सौंपने और और सरकार से न्याय की मांग की है। वहीं मौके पर पहुंचे विधायक प्रदीप पटेल ने आश्वाशन दिया है कि उचित कार्यवाही की जाएगी।

समाचार

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