मध्यप्रदेश

फिर सताने लगा कोरोना: नया वेरिएंट जेएन-1 और जेएफ-7 फैला रहा चिंता, सतर्क रहना जरूरी

देश में कोरोना के नए जेएन-1 और जेएफ-7 वेरिएंट ने फिर चिंता बढ़ाई है। गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों पर अधिक असर, अस्पतालों में तैयारियां शुरू

देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण की आहट तेज हो गई है। इस बार वायरस के दो नए रूप—जेएन-1 और जेएफ-7—तेजी से फैल रहे हैं। अब तक देशभर में इन वेरिएंट्स के 260 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है। स्थिति को देखते हुए ग्वालियर के जेएएच मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में भी तैयारियां तेज कर दी गई हैं।

डॉक्टरों की सलाह: घबराने की जरूरत नहीं

चिकित्सकों का कहना है कि इस नए वेरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह संक्रमण केवल उन लोगों के लिए गंभीर साबित हुआ है जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। आम मरीज इलाज के बाद पूरी तरह ठीक हो रहे हैं।

अस्पतालों में चौकसी और तैयारी

गजराराजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आर.के.एस. धाकड़ ने बताया कि अस्पताल पहले से तैयार है। चिकित्सा स्टाफ को कोविड के पिछले अनुभव हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित हैं। हालांकि अभी तक सरकार की ओर से कोई नई गाइडलाइन नहीं आई है, लेकिन जैसे ही निर्देश मिलेंगे, उसी अनुसार काम किया जाएगा।

विशेष सावधानी जरूरी

सीनियर डॉक्टर संजय धवले ने बताया कि जिन लोगों को डायबिटीज, हार्ट डिजीज, या अन्य गंभीर बीमारियां हैं, उन्हें विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। ऐसे मरीजों को आइसोलेशन में रखा जा रहा है ताकि संक्रमण ना फैले और उन्हें बेहतर देखरेख मिल सके।

हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं, लेकिन लापरवाही नहीं की जानी चाहिए। मास्क पहनना, भीड़ से बचना और समय-समय पर हाथ धोना जैसी आदतें फिर से जरूरी हो गई हैं। सतर्क रहिए, सुरक्षित रहिए।

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