Rewa Airport : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस से वर्चुअली रीवा एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे और इसे रीवा समेत प्रदेश की जनता को सौंपेंगे। एयरपोर्ट का निर्माण पूरा होने से जिले के लोग उत्साहित हैं। बिजनेस इंडस्ट्री से जुड़े लोग इसे बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं। आम लोग एक ही समय में विमानों के उतरने और उड़ान भरने से खुश दिखते हैं।
जिला मुख्यालय से लगभग 12 किमी दूर स्थित संपूर्ण रीवा हवाई पट्टी प्रदेश की छठी हवाई पट्टी बनने जा रही है। रीवा एयरपोर्ट के निर्माण से न केवल रीवा बल्कि संपूर्ण विंध्य के विकास को नया आयाम मिलेगा। हवाई सेवा की सुविधा से विन्ध्य में औद्योगिक विकास, सांस्कृतिक गतिविधियाँ, पर्यटन, कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना तथा शिक्षा एवं स्वास्थ्य का तेजी से विकास होगा।
शुरुआत में 19 सीटर फ्लाइट
शुरुआत में ये दो उड़ानें रीवा एयरपोर्ट से संचालित होंगी। यह भोपाल से खजुराहो होते हुए रीवा पहुंचेगी, फिर सिंगरौली जाएगी। दूसरा रीवा से जबलपुर होते हुए भोपाल तक जाएगा। फिलहाल यहां फ्लाई बिग नामक कंपनी का 19 सीटर विमान संचालित होगा। 72 सीटों वाले विमान के लिए बोली 5 नवंबर को लगेगी।
शिलान्यास से लेकर अब तक का सफर
रीवा में चोरहटा हवाई पट्टी का विस्तार करके रीवा हवाई अड्डे का विकास किया गया है। रीवा हवाई अड्डे की आधारशिला 15 फरवरी 2023 को रखी गई थी। इसके निर्माण के लिए 500 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये थे। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने रीवा हवाईअड्डे का निर्माण करीब डेढ़ साल में पूरा किया है।
निर्माण के लिए 323 एकड़ जमीन भारतीय नागरिक उड्डयन प्राधिकरण को 99 साल की लीज पर दी गई है। इसमें चोरहटी, उमरी, चोरहटा, अगडाल और पतेरी गांव की जमीन शामिल है। मौजूदा रनवे की चौड़ाई दोनों तरफ 3.5 मीटर बढ़ाई गई है। रनवे को 2300 मीटर तक बढ़ाया गया है।
साथ ही दोनों तरफ 30-30 मीटर का बैकअप लेंथ है। एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए एयर टर्मिनल बिल्डिंग, एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर और बाउंड्री बॉल का निर्माण पूरा हो चुका है।
इन मामलों में लाभ भी मिलेगा
हवाई सेवा शुरू होने से न केवल रीवा, बल्कि पूरे विन्ध में उद्योग, पर्यटन, शिक्षा, चिकित्सा सुविधाओं और अन्य क्षेत्रों में विकास के नये अवसर पैदा होंगे। संपूर्ण विंध्य के विभिन्न जिलों के निवासी रोजगार, चिकित्सा, व्यवसाय, शिक्षा, पर्यटन एवं व्यावसायिक प्रयोजनों के लिए देश के प्रमुख शहरों की यात्रा करते हैं।
विंध्य के हजारों छात्र भोपाल, इंदौर, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में पढ़ रहे हैं। इस क्षेत्र के कई लोग विभिन्न व्यावसायिक संगठनों और कंपनियों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं। एयरपोर्ट चालू हो जाने पर विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के लिए हवाई मार्ग से रीवा पहुंचना आसान हो जाएगा।
एयरपोर्ट के चालू हो जाने पर देश के एनर्जी हब सिंगरौली, सीमेंट हब सतना और सीधी, मैहर, मऊगंज आदि जिलों के निवासियों को भी देश के प्रमुख स्थानों से हवाई कनेक्टिविटी मिल जाएगी। विंध्य में प्रचुर मात्रा में खनिज संपदा और वन संपदा है। यहां औद्योगिक एवं पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं।