मध्यप्रदेश

ग्वालियर में Japanese Encephalitis के दो नए मरीज मिले, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप, जानें लक्षण और बचाव

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) का कहर शुरू हो गया है। शहर में दो नए संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। मलेरिया विभाग की टीम आसपास के इलाके का निरीक्षण करने में जुटी है। सीएमएचओ के आदेश पर मरीजों के यात्रा इतिहास पर नजर रखी जा रही है।

दरअसल, सागरताल स्थित सरकारी आवास परिसर में जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanese encephalitis) का कहर बढ़ता जा रहा है। सरकारी आवासीय परिसर में रहने वाले दो नए संक्रमित मरीजों की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग में भारी हड़कंप मच गया है। मलेरिया विभाग की टीम ने क्षेत्र में सर्वे शुरू कर दिया है तथा संक्रमित मरीजों की यात्रा इतिहास पर विशेष नजर रखी जा रही है।

सीएमएचओ के आदेश पर मरीजों के संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जाएगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार सागरताल स्थित राजकीय बहुविषयक अस्पताल में सबसे पहले 14 वर्षीय बालिका में जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanese encephalitis) की पुष्टि हुई। अब उसी स्थान पर दो और संक्रमित मरीज मिलने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।

जापानी इंसेफेलाइटिस के लक्षण (Symptoms of Japanese encephalitis)

  • इस वायरस के लक्षणों की बात करें तो बुखार, सिरदर्द, थकान और उल्टी इसके मुख्य लक्षण हैं।
  • यह रोग मस्तिष्क में सूजन, कोमा और पक्षाघात तक बढ़ सकता है।
  • कुछ मामलों में कोमा और पक्षाघात भी हो सकता है।
  • यह वायरस मच्छरों के जरिए इंसानों तक पहुंचता है।

जापानी इंसेफेलाइटिस से बचाव (Prevention of Japanese encephalitis)

  • इस बीमारी से बचाव के लिए मच्छरदानी और मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे का उपयोग करना चाहिए।
  • घर के आसपास पानी जमा न होने दें, ताकि मच्छर न पनपें।
  • इस रोग की रोकथाम के लिए टीका उपलब्ध है।
  • विशेषकर उन लोगों को टीका लगवाना चाहिए जो ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहां जोखिम अधिक है।

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