
अमर द्विवेदी सिहावल। 19 नवंबर 2022 को अंतर्राष्ट्रीय शौचालय दिवस मनाया जा रहा है जहां पर देश भर में शौचालय के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए शौचालय की उपयोगिता के बारे में बताया वह समझाया जा रहा है परंतु सीधी जिले में इसके ठीक विपरीत देखने को मिला जहां शौचालय के नियमों की धज्जियां उड़ती हुई नजर आई।
इन ग्राम पंचायतों में शौचालय के नहीं खुलते ताले:- ग्राम पंचायत बघौड़ी में सार्वजनिक शौचालय पूर्व सरपंच प्रतिनिधि रमेश पटेल के द्वारा अपने पट्टे कब्जे में बनवा लिया गया है तथा उसके छत के नीचे स्कूल का संचालन किया जा रहा है वही सार्वजनिक शौचालय का अभी तक ताला तक नहीं खोला गया है ग्रामीण रामाश्रय पटेल ने जानकारी देते हुए बताया है कि 1 वर्ष पहले सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य किया गया था परंतु आज दिनांक तक इसका ताला नहीं खोला गया है वहीं ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी तरह से ग्राम पंचायत सोनबरसा एवं पहाड़ी में देखने को मिला कि वहां भी लाखों रुपए की लागत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य किया गया है परंतु ऐसे जगह पर बनाया गया है जहां पर कोई उपयोगिता नहीं है एवं वहां पानी की सुविधा है ना लाइट की केवल को कोरम पूरा करते हुए राशि आहरित की गई है। ग्राम पंचायत बड़ा गांव के एक ग्रामीण सूरज कुमार रावत ने जानकारी देते हुए बताया है कि हमारे ग्राम पंचायत में शौचालय का निर्माण कार्य नहीं किया गया है हम लोगों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है तथा कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इससे यह परिलक्षित होता है कि पंचायत कर्मी से लेकर अधिकारी तक स्वच्छता अभियान को लेकर कितने चिंतित व पारदर्शिता हैं केवल कागजों में ही कार्यवाही कर इतिश्री कर लिया गया है।
कड़ियार पंचायत में सुदृढ़ पाई गई व्यवस्था:- पंचायत के भूतपूर्व सरपंच विश्वनाथ प्रसाद साहू के द्वारा सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य कराया गया था जहां वर्तमान सरपंच संतोष शुक्ला के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया है की प्रतिदिन चौकीदार के द्वारा सुबह 6:00 बजे खोला जाता है एवं 10:00 बजे बंद किया जाता है जिससे कि ग्रामीण एवं रास्ते में आने जाने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े।
इनका कहना है:- जनपद पंचायत सिहावल में कुल 105 ग्राम पंचायतें हैं जिनमें से 65 से 70 ग्राम पंचायत ओडीएफ प्लस हो चुकी है अन्य पंचायतों के कार्य जारी हैं तथा स्वच्छता के लिए लगातार हमारे द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। वही बदहाल पंचायतों के सार्वजनिक शौचालय के सवाल पर किसी भी प्रकार के जवाब नहीं दे पाए।
अरुण पाठक विकासखंड समन्वयक
स्वच्छ भारत मिशन जनपद पंचायत सिहावल