अराजक तत्वों ने हनुमान जी की तीन मूर्तियों को किया चोरी एवं खंडित, मौके पर पहुंचे चुरहट SDOP सहित अमिलिया, सिहावल पुलिस

अमिलिया थाना अंतर्गत अराजक तत्वों ने हनुमान जी की मूर्ति को किया खंडित, मौके पर पंहुचा पुलिस प्रशासन

अमर द्विवेदी, सिहावल। सीधी जिले के अमिलिया थाना अंतर्गत ग्राम पहाड़ी में गत रात्रि अराजक तत्वों ने हनुमान जी की तीन मूर्तियों को चुराते हुए खंडित कर दिया जहां ग्रामीणों को जानकारी सुबह लगी वहीं पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई है।

एक ही रात में तीन जगह दिया घटना को अंजाम:- गेदुरहबा तालाब से लेकर घोघरा देवी मंदिर के बीच में हनुमान जी की तीन मूर्तियां स्थापित थी जहां दो मूर्तियां पीपल के पेड़ के नीचे तो एक मूर्ति मंदिर में रखी हुई थी जहां गेदुरहबा तालाब-टिकुरा पहाड़ी के बीच में स्थापित पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान जी की मूर्ति को अराजक तत्वों ने पत्थर से तोड़ते हुए खंडित कर दिया वही डी. के. एस. स्कूल के बगल में मूर्ति को चुरा ले गए तथा घोघरा देवी मंदिर के गेट के पास मूर्ति को चुराने का प्रयास किए परंतु वजन होने की वजह से नहीं चुरा पाए जिससे मूर्ति को पास में ही फेंक दिए।

जानकारी लगते ही घटनास्थल पर पहुंचे चुरहट SDOP:- जनपद सदस्य पहाड़ी रवि सिंह परिहार के द्वारा सुबह सबसे पहले थाना प्रभारी अमिलिया केदार परोहा को दूरभाष के माध्यम से उक्त घटना के संबंध में जानकारी दी गई तथा अमिलिया पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। वही जानकारी लगते ही चुरहट एसडीओपी विवेक कुमार गौतम एवं सिहावल चौकी प्रभारी फुल चंद्र बागरी दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।

ग्रामीणों ने की दोषियों को जल्द पकड़ने की मांग:- ग्रामीणों ने कहा है कि जिस तरह से अराजक तत्वों के द्वारा हिंदू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाया गया है तथा आराध्य हनुमान जी की प्रतिमा को खंडित करते हुए चोरी किया गया है पुलिस उन्हें जल्द से जल्द पकड़ते हुए कठोर कार्यवाही करें।

घटना के संबंध में जानकारी देता हुआ स्थानीय व्यक्ति

खंडित प्रतिमा को पुलिस की मौजूदगी में किया गया विसर्जित:- खंडित हनुमान जी की प्रतिमा को अमिलिया पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों एवं भक्तों के द्वारा लाल कपड़े में लपेटकर सोन नदी में प्रवाहित कर दिया गया है।

भावुक दिखे जनपद सदस्य: – पहाड़ी जनपद सदस्य रवि सिंह परिहार ने जानकारी देते हुए बताया है कि 10 वर्ष पूर्व बासुकीनाथ से हनुमान जी की प्रतिमा को लेकर यहां पर स्थापित किया था परंतु जिस तरह से अराजक तत्वों के द्वारा हनुमान जी की प्रतिमा को खंडित किया गया है इससे हृदय काफी द्रवित है, वही जानकारी देते हुए श्री परिहार काफी भावुक हो गए और उनके आंखों से अश्रुधारा बहने लगी इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि हिंदू धर्म को लेकर किस तरह से कुठाराघात किया गया है।

इनका कहना है:- अराजक तत्वों के द्वारा हनुमान जी की मूर्ति को खंडित करना एवं चोरी करना घृणित मानसिकता का द्योतक है जो भी दोषी होंगे उन्हें जल्द ही ढूंढ कर गिरफ्तार करते हुए कठोर कार्यवाही की जाएगी।

विवेक कुमार गौतम, SDOP चुरहट

 

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