Mahakal Temple : ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में एक मई से एक माह के लिए दर्शन व्यवस्था में बदलाव होगा। नई भूमिगत सुरंग के जरिए आम दर्शनार्थियों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। नवनिर्मित टनल का अगला चरण स्थल की खुदाई का है, इसलिए व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने कहा, श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और सिंहस्थ महापर्व को देखते हुए परिसर में नई भूमिगत सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है।
यह भूतल पर स्थित पवित्रीकरण कक्ष से गणेश मंडपम से जुड़ा होगा। आगे बढ़ने पर नए निकास द्वार पर जाकर इस पालकी को पाया जा सकता है। पहले चरण में गेट नंबर छह से मंदिर के मार्बल कॉरिडोर तक का काम पूरा हो चुका है। अब कार्तिकेय मंडपम की खुदाई परिसर से की जाएगी। दूसरे चरण का काम 25 मई तक पूरा करने का लक्ष्य है। मंदिर में फिलहाल महाकाल महालोक परिसर से दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है।
एक मई से दर्शनार्थी मंदिर के मानसरोवर द्वार से श्री महाकाल महलोक परिसर में प्रवेश करेंगे। उसके बाद पूर्व निर्मित टनल गेट नं. छह बजे से पहले नई टनल में प्रवेश करेंगे। फिर कुछ और चलने के बाद, जल स्तंभ के पास चौक पर पहुँचें और गणेश मंडपम से भगवान के दर्शन करें। मंदिर के गेट 1 से आने वाले प्रोटोकॉल आगंतुकों और वीआईपी श्रद्धालुओं को भी नए परिवर्तित मार्ग से मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इन आगंतुकों के लिए नंबर छह। गेट के पास नई सड़क बनाई जा रही है।