सीधी

जिले में नल जल योजना हुई फेल नहीं काम आया  कलेक्टर का निर्देश पानी के लिए मची त्राहि-त्राहि 

जिले में नल जल योजना हुई फेल नहीं काम आया  कलेक्टर का निर्देश पानी के लिए मची त्राहि-त्राहि 

सीधी। देश में लागू हुए जलजीवन मिशन अंतर्गत अब हर घर को पेयजल सुविधा मुहैया कराना शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी बन गई है। लेकिन सीधी जिले में जल मिशन योजना के तहत स्वीकृत की गई नल जल योजनाओं से लोगों को कब पेयजल मुहैया हो पायेगा इसकी कोई गारंटी नहीं। जिले में जल जीवन मिशन के तहत पहले चरण में स्वीकृत की गई 37 ग्रामीण नल जल योजनाओं को पूर्ण करने निर्धारित समयसीमा पूर्ण होने के बाद भी कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। कहीं वाटर हेड कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है तो कहीं पाइप लाइन विस्तार व लोगों के घरों में नल कनेक्शन देने का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है, जिन योजनाओं के वाटर हेड का कार्य पूर्ण हो गया है, वहां से रिकार्ड में पानी सप्लाई का कार्य चालू दर्शाया जा रहा है, जबकि लोगों को एक बूंद पानी मुहैया नहीं हो पा रहा है। इस तरह संविदाकारों की लापरवाही से जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत नल जल योजनाओं का कार्य समय सीमा में पूर्ण होता नजर नहीं आ रहा है। जिले के ग्रामीण अंचलों में स्थापित की गई गई पुरानी नल जल योजनाएं जिनके माध्यम से गांव के कुछ ही मुहल्लों में पानी पहुंच रहा था, उनके विस्तार का कार्य जल जीवन मिशन के पहले चरण में स्वीकृत किया गया था। इनमें से ज्यादातर योजनाओं को दिसंबर 2021 तक पूर्ण करने की समयावधि निर्धारित की गई थी। ताकि गांव के हर परिवार के घर तक पेयजल की सुविधा मुहैया हो सके। लेकिन सीधी जिले में योजना के तहत स्वीकृत कार्य गति नहीं पकड़ पा रहे हैं। कछुए की गति से चल रहे कार्यों के कारण योजनाओं के तहत कब लोगों को पानी नसीब हो पाएगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन जहां योजनाओं का कार्य पूरा होने के विभागीय अधिकारी दावे कर रहे हैं,वहां भी लोग पानी को भटक रहे हैं।

गर्मी के मौसम में पानी के लिए परेशानी

जिले में जल जीवन मिशन के तहत पहले चरण की योजनाएं ही अधर में लटकी हुई हैं, जबकि चौथे चरण तक योजनाएं स्वीकृत की जा चुकी है। पहले चरण की योजनाओं से इस गर्मी के मौसम में हर हाल में पेयजल मुहैया कराया जाना था। कलेक्टर द्वारा भी समीक्षा बैठकों में लगातार इनको पूर्ण करने के निर्देश जारी किये जाते रहे, लेकिन संविदाकारों एवं विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से योजनाएं अधर में लटकी हुई हैं। ग्रामीण नल जल योजनाओं के शुरू नहीं हो पाने से ग्रामीण अंचलों में पेयजल के लिए भटकाव की स्थिति बनी हुई है।

दावों की खुली पोल

जल जीवन मिशन के तहत पहले चरण में स्वीकृत की गई 37 ग्रामीण नल जल योजनाओं का कार्य वर्ष 2021 में पूर्ण कर लेना था, लेकिन यहां अभी एक भी नल जल योजनाएं पूर्ण नहीं हो पाई हैं। कागजी रिकार्ड में 60 फीसदी नल जल योजनाओं से पानी की सप्लाई शुरू होना बताया जा रहा है, लेकिन हकीकत इससे कोसो दूर है। कुछ योजनाओं को छोड़ दिया जाए तो शेष में पानी की सप्लाई ही शुरू नहीं हो पाई है। वहीं पाइप लाइन के विस्तार व नल कनेक्शन में भी बड़ी लापरवाही बरती जा रही है।

जिले में स्वीकृत 286 ग्रामीण योजनाएं

जल जीवन मिशन के तहत सीधी जिले में कुल 286 ग्रामीण नल जल योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। योजना के तहत जिले में प्रथम चरण में 37 ग्रामीण नल जल योजनाएं स्वीकृत की गई थी, जिसमें से ज्यादातर पुरानी योजनाएं ऐसी योजनाएं थी, जो तकनीकि कमियों से या तो बंद पड़ी थी, या फिर गांव के कुछ ही मुहल्लों में पेयजल सप्लाई की सुविधा थी। ऐसी योजनाओं को नवीन टेंडर जारी कर अधिक क्षमता के वाटर हेड निर्माण, पाइप लाइन का विस्तार व छूटे हुए ग्रामीणों के घरों में नल के कनेक्शन शामिल किया गया है। वहीं दूसरे चरण में 49 ग्रामीण नल जल योजनाएं स्वीकृत की गई थी, जिनकी टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर 39 योजनाओं का वर्क आर्डर भी जारी किया जा चुका है। तीसरे चरण में 55 ग्रामीण नल जल योजनाएं स्वीकृत की गई हैं, जिनकी निविदा की प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी है और निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है। चौथे चरण में 36 ग्रामीण नल जल योजनाएं स्वीकृत की गई हैं, जिसमें जिनकी टेंडर प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा जिले के 100 से 200 आबादी वाले मजरा टोला के लिए 109 अलग ग्रामीण नल जल योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इस प्रकार जिले में जल जीवन मिशन के तहत कुल 286 ग्रामीण नल जल योजनाओं का निर्माण होना है।

चरणवार स्वीकृ़त नलजल योजनाएं

प्रथम 37, द्वितीय 49, तृतीय 55, चतुर्थ 36, कुल 177

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