कई महीनों से दर-दर भटक रहे पीड़ित को आखिरकार प्रशासन से मिली राहत जहां हनुमना एसडीएम के द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी हनुमना को जांच के निर्देश दिए हैं, वही पीड़ित को हनुमना सीईओ के द्वारा आश्वासन भी दिया गया है जल्द से जल्द करेंगे निराकरण, ग्राम पंचायत कर्मियों के द्वारा लापरवाही किए जाने के कारण पीड़ित कई महीनों से पैरवी करता रहा पर इंसाफ ना मिल सका, वही पीड़ित ने मीडिया को ये जानकारी तथा पूरे सबूत दिए , जिसको देखते हुऐ मीडिया ने खबर के माध्यम से ये समस्या प्रशासन तक पहुंचाने में सफल रहा ,
क्या था मामला?
दरासल मामला आज से नौ महीने पहले का है जहां ग्राम पंचायत पाती मिश्रान के निवासी शिवमूर्ति केवट के पत्नी की मृत्यु बीमारी के चलते हुई थी, जिसके मद्देनजर पीड़ित का रुझान सरकारी योजना की तरफ हो चला था पीड़ित अपना कागज लेकर पंचायत कर्मियों के चक्कर काटने लगा पर पीड़ित को तारीख पर तारीख दी जाने लगी, अंततः पीड़ित CM हेल्पलाइन शिकायत करने लगा पर उसका भी निराकरण नहीं किया गया ,बल्कि ग्राम पंचायत सचिव सहायक सचिव शिकायत बंद कराने का दवाब भी देने लगे जिसका प्रमाण वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग मौजूद है जिसको लेकर हनुमना एसडीएम सिंह द्वारा इंसाफ के नक्श पर रखते हुऐ हनुमना सीईओ को कड़े निर्देश देते हुऐ आश्वासन भी दिया है
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पीड़ित को थोड़ी सी मिली है राहत अब देखना होगा कब तक में जांच शुरू होती है, हालांकि वही कुछ पदाधिकारियों ने कहा पीड़ित को नही मिल पायेगी अंत्येष्टि सहायता राशि क्योंकि पीड़ित का कागजी कारवाही पूर्ण नही है अथवा कागजों का सत्यापन नहीं हुआ है पर ,सवाल उठता है की ग्राम पंचायत ने पीड़ित के कागजों का सत्यापन क्यों नहीं किया ,जब पीड़ित के संबल कार्ड में आधार लिंक नही था तो जानकारी क्यों नही दी गई, क्यों उसे महीने दर महीने भटका रहे थे ,पीड़ित पात्र था पर पीड़ित के साथ गलत किया गया ,वही पीड़ित का कहना है की ये तो शुरुआत है इंसाफ के लिए जिला पंचायत सीईओ और कलेक्टर मनोज पुष्प के पास सारे सबूत ले जाऊंगा , हालांकि जांच जिला प्रशासन के द्वारा पूरे ग्राम पंचायत के कई कार्यकालो का किया जायेगा , इस ग्राम पंचायत में पात्र को अपात्र किया गया है