अपनी हरकतों पर पर्दा डालने के लिए जेठ की हत्या खेत में सोते वक्त खुरपा से काट दिया गला अब गुनाह ने पहुंचाया सलाखों के पीछे
मझगवां थाना क्षेत्र के मोतीपुरवा गांव में खेत में चारपाई पर मृत मिले वृद्ध की हत्या किसी और ने नहीं उसके छोटे भाई की पत्नी ने ही इसलिए की थी ताकि उसकी नाजायज हरकतों पर पर्दा पड़ा रहे। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है।
विस्तार
मोतीपुरवा गांव में हुई जमुना यादव पिता गंगा यादव 72 वर्ष की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए मझगवां थाना पुलिस ने वारदात को अंजाम देने के आरोप में नरवदिया यादव पत्नी कल्लू यादव 40 वर्ष निवासी मोतीपुरवा को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महिला नरवदिया, मृतक जमुना के छोटे भाई कल्लू की पत्नी है।
नरवदिया ने ही खेत में सो रहे अपने जेठ के गले में खुरपा से वार कर उसकी जान ली थी। एसडीओपी चित्रकूट आशीष जैन ने बताया कि मृतक अविवाहित था और अपने भाइयों के साथ ही रहता था। वह रात में खेत की रखवाली करने जाता था। मृतक के भाई कल्लू की पत्नी नरवदिया घर पर अक्सर अकेली रहती थी तब उसके पास लोगों का आना जाना लगा रहता था। वह दिन भर मोबाइल पर बातें भी करती रहती थी जिस पर कई बार मृतक जमुना ने आपत्ति भी जताई थी और इसी बात पर उसका अपनी अनुज वधु के साथ झगड़ा भी होता था।
जमुना ने नरवदिया को चेतावनी दी थी कि वह उसकी हरकतों की जानकारी अपने छोटे भाई और नवदिया के पति कल्लू को दे देगा। वारदात के हफ्ते भर पहले भी दोनों के बीच विवाद हुआ था तब ही नरवदिया ने अपने जेठ को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली थी।
एसडीओपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि 17 दिसंबर की रात जब उसका जेठ खाना खा कर रात में खेत गया तो कुछ देर बाद वह भी वहां पहुंची और उसने सोते हुए जमुना के गले में खुरपा से वार कर उसकी हत्या कर दी। वह पकड़ी न जाए इसलिए रात में ही उसने खुरपा और अपने कपडे धो डाले और घर में सो गई।
ऐसे खुली पोल
गत 18 दिसंबर को जमुना का शव खेत में बानी छतरी में पड़ा मिलने के बाद गांव में सनसनी फ़ैल गई। पुलिस ने पंचनामा बना कर पोस्टमॉर्टम कराया और तफ्तीश शुरू कर दी। इसी दौरान पुलिस ने नरवदिया और उसकी बेटी आशा यादव से पूछताछ की तो दोनों के बयान अलग-अलग निकले। पुलिस का संदेह गहराया तो गांव के अन्य लोगों से नरवादिया के बारे में भी जानकारी ली गई और फिर नरवादिया से पूछताछ का दायरा बढ़ाते हुए थोड़ा सख्ती दिखाई गई जिसके बाद गुनाह की पूरी कहानी खुल कर सामने आ गई। इस अंधे हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में मझगवां थाना प्रभारी शेषमणि पटेल,महिला सब इन्स्पेक्टर नेहा ठाकुर,एएसआई रंगदेव सिंह,आरक्षक राकेश कश्यप,इष्टदेव दीक्षित,शिवकुमार,आकाश और महिला आरक्षक सरिता शामिल रहीं।