मातृ दिवस पर कवि एवं लेखक अमन की विशेष कविता

मातृ दिवस पर कवि एवं लेखक अमन की विशेष कविता

माँ की जीवन मे क्या भूमिका है , यह हम सभी को भलीभाँति ज्ञात है । माँ अपने संतानो की हित एवं अच्छाई हेतु न जाने कितने कष्टो को उठाती है फिर भी अपना कष्ट किसी से व्यक्त नही करती । माँ की ममता के समान इस संसार मे कुछ नही है । माँ की ममता ऐसी होती है कि वो अंदर छिपे अपने सारे भीतरी कष्टो को समावेशित कर लेती है । माँ स्वयं का जीवन संतानो का जीवन सुखमय बनाने मे लगा देती है इसलिए माँ पूजनीय एवं वंदनीय है । इन्ही सब भावनाओं को श्री अमन द्विवेदी ने अपने शब्दो के माध्यम से इस कविता मे उकेरने का प्रयत्‍न किया है ।

मां का आंचल सबसे प्यारा है

मां की यही आशा है
हम खुश रहे यही मां की अभिलाषा है ,
त्याग , बलिदान और ममता यही मां की परिभाषा है ।
मां ने अपना जीवन किया समर्पित सारा है ,
मां का आंचल सबसे प्यारा है ।

मां के बिना यह जीवन अधूरा है ,
मां ने ही किया जीवन के रंगों को पूरा है ।
शीशे सा साफ हृदय मां के अलावा हो नहीं सकता ,
उसके सा निश्छल प्रेम कोई कर नहीं सकता ।।
मां ने अपना जीवन किया समर्पित सारा है ,
मां का आंचल सबसे प्यारा है ।।

मां ही सृष्टि का सार है ,
उसने ही किया हम सबको साकार है ।
वही इस संसार की धुरी है ,
हमारे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है ।।

मां ने अपना जीवन किया समर्पित सारा है ,
मां का आंचल सबसे प्यारा है ।
मां में सदा रहता ममता का भाव है ,
निश्छल सरस प्रेम ही मां का स्वभाव है ।
मां से ही होता हमारा जीवन शुरू है ,
मां ही हमारे जीवन की प्रथम गुरू है ।।
मां ने अपना जीवन किया समर्पित सारा है ,
मां का आंचल सबसे प्यारा है ।

मां ही सृष्टि की बुनियाद है ,
हम पास न हो तो करती वह पल पल याद है ।
मां ने न जाने कितने कष्ट सहे हैं ,
तब जाके आज हम बड़े हुए हैं ।
मां ने अपना जीवन किया समर्पित सारा है ,
मां का आंचल सबसे प्यारा है ।

दूर भले हो पर मां रहती सदा हमारे पास है ,
मां में ही तो करते ईश्वर वास है ।
हम सदा प्रसन्न रहे यही मां की चाह है ,
मुश्किलों में वो हमे दिखाती सही राह है ।।
मां ने अपना जीवन किया समर्पित सारा है ,
मां का आंचल सबसे प्यारा है ।

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