रीवा जिले में रोजगार सहायक का सिस्टम देख हैरान रह रीवा जिला पंचायत CEO पढ़िए पूरी ख़बर!
रीवा जिले से एक चौका देने वाला मामला सामने आया है ग्राम पंचायत फरहदी के रोजगार सहायक के खिलाफ CEO जिला पंचायत रीवा से शिकायत की थी ग्राम पंचायत फरहदी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया।
गया जिसकी जांच की मांग की गई थी मामले में जांच शुरू हो गई जिला पंचायत सीईओ सौरव संजय सोनवणे के निर्देश पर जनपद त्यौहार के ग्राम पंचायत फरहदी टीम पहुंची।
जांच आधिकारी ने सभी बिंदुओं पर जांच की एवं शिकायत सही पाई गई है आपको बता दे उमेश तिवारी में रोजगार सहायक की भ्रष्टाचार की शिकायत जिला पंचायत सीईओ से की थी
जिसमें चौतार से जांच अधिकारी किरण सिंह सिसोदिया ग्राम पंचायत ग्राम फरहदी पहुंची और शिकायत के सारे बिंदुओं पर जांच की गई जांच के दौरान जांच के
दौरान इंजीनियर हर्ष दर्शन पटेल वर्तमान सरपंच राजीव मिश्रा रोजगार सहायक नारायण मिश्रा एवं शिकायतकर्ता उमेश तिवारी मौके पर उपस्थित रहे।
इन बिंदुओं पर की गई थी शिकायत हुई जांच
शिकायतकर्ता ने कहा था कि रोजगार सहायक नारायण मिश्रा अपने परिवार के नाम पर निरंतर मनरेगा की मास्टर भर कर मजदूरी की राशि निकाल रहे हैं शादीशुदा बहन शरीर मिश्रा के नाम पर मस्टर कर मजदूरी निकाल अपने जेब में भर रहे हैं।
जबकि वह ससुराल में रहती है रोजगार सहायक ने अपने बड़े भाई शारदा मिश्रा को मनरेगा में मजदूरी का मास्टर भारती उसके नाम पर भी पैसे निकाल रहे हैं मैं लगातार ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।
शासकीय तालाब की जांच की गई तो तालाब में प्रधानमंत्री आवास बनवाना पाया गया। अमित पाण्डेय लेखराज पाण्डेय के खेत तालाब की मौके पर जाँच की गई। तालाब कहीं मिला ही नहीं।
मौके खेती किया जाना पाया गया। इसी तरह जाँच अधिकारी किरण सिंह ने चार किसानो के यहाँ जाकर मेड़ बधान की जाँच
की तो जाँच में पाया गया की मेड़ बधान की राशि रोजगार सहायक के द्वारा निकाल ली गई है इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर भी जांच की गई।