जीवन मंत्र

रीवा में मिलने वाले इस पेड़ में होती है जादुई शक्तियां घातक बीमारियों से मिलती है राहत तने पत्ते में होते हैं औषधीय गुण

 

 

 

शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो नीम के पेड़ के बारे में नहीं जानता हो नीम पर्यावरण के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है नीम के पौधे का हर भाग सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है हमारे देश में सदियों से नीम का उपयोग औषधीय और घरेलू उपचार के रूप में किया जाता रहा है इसके गुणों के कारण इसे कल्प वृक्ष भी कहा जाता है आमतौर पर लोग नीम का इस्तेमाल केवल त्वचा रोगों या घावों के इलाज के लिए ही करते हैं लेकिन हकीकत तो यह है कि यह कई अन्य बीमारियों के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

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नीम के औषधीय गुण क्या हैं

नीम कई औषधीय गुणों से भरपूर है, जिसके कारण इसका उपयोग सदियों से किया जाता रहा है। नीम में एंटी-बैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं। इसके अलावा इसमें और भी कई चीजें जोड़ी जाती हैं जिनका जिक्र अगले लेख में किया जाएगा। क्यूई का प्रभाव इतना प्रभावी होता है कि यह सांप के जहर के प्रभाव को भी कम कर सकता है।

सांस की तकलीफ से राहत मिलती है 

एक अध्ययन में पाया गया कि नीम की पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाली सूजन से सुरक्षा प्रदान करते हैं। यह अस्थमा के मरीजों के लिए औषधि के रूप में काम करता है।

सांस की तकलीफ से राहत मिलती है 

एक अध्ययन से पता चला है कि नीम की पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाली बीमारियों यानी निमोनिया के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव दिखाते हैं यह अस्थमा के मरीजों के लिए आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी काम करता है।

मधुमेह में नीम की पत्तियों के फायदे

एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित शोध से पता चला है कि नीम हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव दिखाता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने की प्रक्रिया है।  इसके अलावा नीम की पत्तियों में एंटी-हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं।  यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है।  यदि आप पहले से ही मधुमेह की दवा ले रहे हैं, तो नीम की पत्तियों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

मलेरिया के इलाज में नीम के फायदे 

नीम की पत्तियों में मलेरियारोधी गुण होते हैं, जो मलेरिया में बहुत फायदेमंद साबित होते हैं।  ऐसे में मलेरिया के इलाज के साथ-साथ मरीज को नीम की पत्तियां भी दी जा सकती हैं।  इसके इस्तेमाल के लिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

चकत्तों और घावों के लिए नीम के फायदे 

त्वचा रोगों में नीम का उपयोग बहुत फायदेमंद माना जाता है प्राचीन काल से ही नीम का उपयोग शरीर पर चोट या घाव को ठीक करने के लिए औषधि के रूप में किया जाता रहा है यह आपके घावों को तेजी से भरने में मदद करता है और शरीर को बैक्टीरिया से बचाता है।

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