सांसद बीडी शर्मा सांसद रीति पाठक सांसद जनार्दन मिश्रा सांसद राकेश सिंह और राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी का केंद्र सरकार में होगा जलवा बनेंगे कैबिनेट मंत्री
पंकज पाराशर । देश में चुनावी रण संग्राम, वर्ष 2023 में 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं साथ ही 2024 में लोकसभा चुनाव भी हो रहा है। केंद्र ने खजुराहो सांसद बीडी शर्मा, सीधी सांसद रीति पाठक, रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा, राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी, जबलपुर से सांसद राकेश सिंह का केंद्रीय राजनीति प्रभाव बढ़ेगा और उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जा रहा है
मंडला से सांसद और आदिवासी नेता फगन सिंह कुलस्ते के केंद्रीय मंत्री पद से छुट्टी हो सकती है, तो वहीं आदिवासियों के बीच डॉ हीरालाल संगठन ‘जयस’ के अलावा लगातार अपना समझौता किया जा रहा है। मालवा के आदिवासी नेता को मंत्री रहने वाली मोदी सरकार ना केवल आदिवासी वोटों को साधना चाहती है, बल्कि कुलस्ते की छुट्टी के बाद होने वाले असंतुलन को भी थामा जा सकता है।
बुंदेलखंड-विंध्य इलाके से 3 नामों पर चर्चा
बुंदेलखंड-विंध्य इलाके से केंद्र सरकार में शामिल किया जाएगा l खजुराहो के सांसद और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, रीवा के सांसद जनार्दन मिश्रा और सीधी सांसद रीति पाठक को मंत्री बनाया जा रहा है l यह तीनों सांसद ब्राह्मण वर्ग से हैं।
कहा जा रहा है कि क्षेत्रीय और जातीय दोनों के बीच संतुलन बनाने में मदद मिलेगी। रीवा के विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला को प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
जबलपुर से इन दो नामों पर भी चर्चा
इसी तरह महाकौशल से भी किसी सांसद को मंत्री पद देने की बात चल रही है। जबलपुर से चार बार के सांसद राकेश सिंह का नाम सबसे आगे है। वहीं मोदी सरकार एक चौंकाने वाला नाम भी आगे कर सकती है।
यह चौंकाने वाला नाम जबलपुर से आने वाली राज्यसभा सदस्य सुमित्रा बाल्मीकि का हो सकता है जो समाचार वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हैं। अगर सुमित्रा बाल्मीकि को कैबिनेट लिया जाता है तो बुंदेलखंड के इसी साल से आने वाले वीरेंद्र खटीक की छुट्टी हो सकती है
सिंधिया की कुर्सी को नहीं है कोई खतरा
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ज्योतिराज सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद सिंह पटेल की कुर्सी को फिलहाल कोई खतरा नहीं है। वहीं मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को भी संगठन में भेजे जाने की चर्चा चल रही है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के तुरंत बाद शिवराज कैबिनेट में भी परिवर्तन होने की बात कही जा रही है