सच्चे चौथे स्तंभ कहलाते है कविता लिखकर कवि अमन द्विवेदी ने बढ़ाया पत्रकारों का मान
सच्चे चौथे स्तंभ कहलाते है कविता लिखकर कवि अमन द्विवेदी ने बढ़ाया पत्रकारों का मान
सीधी जिले के सिहावल तहसील अंतर्गत सोनवर्षा गांव से आने वाले कवि अमन द्विवेदी 30 से अधिक कविताएं लिख चुके हैं तथा वह कई विषयों पर कविता अभी तक लिख चुके हैं वही अब अमन द्विवेदी ने पत्रकारों के सम्मान में भी अपनी कलम की स्याही को पन्नो पर उकेरा है।
वे सच्चे चौथे स्तंभ कहलाते है
निष्पक्ष खबरें दिखाते है
केवल सच ही जन-जन तक पहुँचाते है
उद्देश्य है जनता की मात्र भलाई
सदा सबके सामने लाते है सच्चाई
असत्य से नहीं रखते कोई नाता
सत्य का मार्ग केवल उन्हें भाता
खबर से लेकर बात तक
जनता के लिए लगे रहते वे
दिन से लेकर रात तक
जीवन का किया है समर्पण
तब कहलाए ‘ समाज का दर्पण ‘
प्रतिभाओ को उजाला दिखाते है
खबर का विश्लेषण कर
आसान शब्दों मे समझाते है
सभी गैर जरूर प्रभावो से वे
सदा दूरी बनाते है
बात काम की व पूर्ण सत्य
हम सभी को दिखाते है
समाज मे लाना चाहते है उजाला
सटीकता व सारगर्भित वर्णन करते
लेखन कौशल है उनका निराला
भ्रष्टाचार गलत कृत्य का करते सदा विरोध
चाहे मार्ग मे आए कितने भी अवरोध
दुर्गम स्थिति मे नहीं होते है व्यथित
अभिलाषा उनकी यही जनता न हो भ्रमित
तब जाकर वे सच्चे चौथे स्तंभ कहलाते है।