33 लाख रुपए से निर्मित अमृत सरोवर बांध की पहली बारिश में ही खुल गई पोल

संवाददाता जितेंद्र सिंह की रिपोर्ट।

सिंगरौली /जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित की मै बात कर रहा हूं ग्राम पंचायत गडाईगांव सरई तहसील अंतर्गत ग्राम जहाँ पर लगभग 33 लाख रुपए की लागत से अमृत सरोवर बनाया गया है और वह पहली बरसात में टूट कर बह गया ग्रामीणों ने घटिया निर्माण का आरोप लगाया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम गड़ाई गांव में अमृत सरोवर योजना के तहत लगभग 33 लाख की राशि का तलाब निर्माण कार्य साजाघाट नाला में करया गया था। नाला बहुत ही बड़ा है जो पहाड तरफ से निकल कर बहती हैं सरपंच व सचिव के को मालूम था नाला बडा है बाध इतना आसनी से नहीं बनेगा फिर शासन के राशि का दुरुपयोग करते हुए नाला में बांध बना दिया गया जो पहली बरसात में धराशाही हो गया। सरकार किसानों के हितों में योजना तो देती जनता का लाभ हो गारीब के लिए जिवन उपार्जन के किसानों का हित हो किन्तु सरपंच व सचिव सरकार की योजनाओं का सही इस्तेमाल न करते हुए सिर्फ राशि डाकारने में जुट जाते हैं आज ऐही तलाब कही अच्छी-खासी जगहों में बना होता तो ऐ हलात न होती। बतया तो ए भी जा रहा है की जेसीबी मशीनों से पूरा काम करया गया मजदूर एक भी नहीं रहे नहीं तालाब के मेढ़ मे रोलर चलाया गया जिसके वजह से गुणवत्ता विहीन कार्य था और नाला वह गया। जांच में इंजीनियरि भी आते थे और अपना जेब भर चले जाते थे अब कौन होगा जिम्मेदार। सरकार की योजनाओं का इसी तरह लीपापोती कार्य चलता रहेगा तो कितने दिनों तक चालेगी। ग्रामीणों का कहना है कि इसकी जांच कराई जाय दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किया जाय।

जांच ना होने पर हम लोग इसका खुल कर विरोध करेंगे और जरुरत पड़ी तो आन्दोलन भी करेगें। इस ओर जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करया जा हैं की इसकी जांच कर उचित कार्यवाही किया जाय।

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