8वां वेतन आयोग: नई सैलरी का फॉर्मूला, फिटमेंट फैक्टर और कर्मचारियों की बढ़ोतरी का अंदाज़ा

केंद्रीय कर्मचारियों को 8वें वेतन आयोग से बड़ी उम्मीदें, जानें नई सैलरी कैलकुलेशन और संभावित बदलाव।

8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मियों के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि 8वां वेतन आयोग कब लागू होगा और इसमें सैलरी कितनी बढ़ेगी। चर्चा ये है कि इस बार भी सैलरी तय करने के लिए वही पे-मेट्रिक्स सिस्टम लागू रहेगा, जो 7वें वेतन आयोग में इस्तेमाल हुआ था। फर्क सिर्फ इतना होगा कि इसमें नया फिटमेंट फैक्टर लागू किया जाएगा।

7वें वेतन आयोग का पे-मेट्रिक्स डॉ. वैलेस एक्रोयड फॉर्मूला पर आधारित है, जिसमें यह तय किया गया था कि कर्मचारी को न्यूनतम वेतन कितना मिलना चाहिए जिससे उसकी बुनियादी ज़रूरतें पूरी हों।

👉 मौजूदा समय में न्यूनतम बेसिक पे ₹18,000 है।

👉 संभावित फिटमेंट फैक्टर 1.92 होने की उम्मीद है।

👉 इसके आधार पर नया बेसिक पे होगा: ₹18,000 × 1.92 = ₹34,560।

यानि केवल बेसिक सैलरी ही करीब ₹16,500 बढ़ सकती है। इसके ऊपर DA, HRA और अन्य भत्ते भी जुड़ेंगे, जिससे सैलरी में बड़ा उछाल होगा।

उदाहरण से समझें (ग्रुप-बी ऑफिसर की सैलरी)

मौजूदा बेसिक पे: ₹60,000

नया फिटमेंट फैक्टर: 1.92

नया बेसिक पे: ₹1,15,200

डीए (55%): ₹63,360

एचआरए (27%): ₹31,104

➡️ कुल मिलाकर: ₹2,09,664 (भत्ते जोड़ने पर और भी ज़्यादा)

यानि जिनकी अभी की सैलरी लगभग ₹1.10 लाख रुपये है, उनकी आय ₹2.10 लाख रुपये से ऊपर पहुंच सकती है।

कब से मिलेगा फायदा

सरकार ने अभी तक 8वें वेतन आयोग का औपचारिक गठन नहीं किया है। अनुमान है कि 2026 से इसे लागू किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि इस साल के अंत तक नोटिफिकेशन जारी हो सकता है और 1 जनवरी 2026 से नई सैलरी व एरियर मिलना शुरू होगा।

सिर्फ इतना ही नहीं, इस बार दुर्घटना बीमा की सीमा बढ़ाने और कुछ पे-लेवल्स को मर्ज करने की भी संभावना है। इससे कर्मचारियों को प्रमोशन के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

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