MP News: ‘लाडली बहनों’ की संख्या में इजाफा प्रदेश में अब इतनी करोड़ महिलाओं को मिल रहा योजना का लाभ!

MP News: ‘लाडली बहनों’ की संख्या में इजाफा प्रदेश में अब इतनी करोड़ महिलाओं को मिल रहा योजना का लाभ!
Ladli Behna Yojana मध्य प्रदेश में लाडली बहनों की संख्या में इजाफा हो गया है. बीते दो महीने से प्रदेश की सवा लाख लाडली बहनों को एक हजार रुपये का लाभ मिल रहा था लेकिन अब लाडली बहनों की संख्या में इजाफा हो गया है अब प्रदेश में अब 1 करोड़ 29 लाख 77 हजार 199 लाडली बहनें हो गई हैं इनमें 21 से 23 साल के बीच चार लाख से अधिक बहनों को सितंबर महीने से एक हजार रुपये का लाभ मिलने लगेगा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की महिलाओं के आर्थिक स्वालंबन उनके स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से लाडली बहना योजना की शुरूआत की योजना में पूर्व में 23 से 60 वर्ष की लगभग 1 करोड़ 25 लाख महिलाओं को एक हजार रुपये प्रति माह उनके खातों में ट्रांसफर किए गए मुख्यमंत्री चौहान ने योजना के लिए पात्रता की आयु सीमा को 23 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष और ऐसी महिलाएं, जिनके परिवार में ट्रेक्टर है उनको भी योजना का लाभ देने का निर्णय लिया
4 लाख से अधिक बढ़ी संख्या
इसमें प्रदेश की 4 लाख 77 हजार 199 महिलाएं हर माह एक हजार रुपये का लाभ पाने के लिए पात्र हो गई हैं वहीं जिनके परिवार में ट्रेक्टर होने के कारण आपत्र थीं ऐसी 1 लाख 26 हजार 80 महिलाओं को भी अब लाडली बहना योजना का लाभ मिलेगा।
सीएम शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के अनुरुप 21 वर्ष तक की लाडली बहनों को भी इस योजना में शामिल किया गया है अब प्रदेश में प्रदेश में 21 से 22 वर्ष की कुल 4 लाख 77 हजार 199 महिलाएं मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के दायरे में आ गई हैं
इसमें सागर से सर्वाधिक 19 हजार 288, राजगड़ 15 हजार 392, छतरपुर 14 हजार 776, शिवपुरी 14 हजार 745, उज्जैन 14 हजार 584, मुरैना 14 हजार 274, रीवा 13 हजार 565, इंदौर 12 हजार 986, जबलपुर 12 हजार 064, सतना 12 हजार 33, धार 11 हजार 876, दमोह 11 हजार 743, विदिशा 11 हजार 114, मंदसौर 11 हजार 27, देवास 10 हजार 881, छिन्दवाड़ा 10 हजार 986, भिण्ड 10 हजार 757, टीकमगढ़ 10 हजार 605, गुना 10 हजार 621, सीहोर 10 हजार 241, रतलाम 9 हजार 597, खरगौन 9 हजार 800, सीधी 692, रायसेन 9 हजार 405, ग्वालियर 9 हजार 708, सिंगरौली 9 हजार 115, बडवानी 8 हजार 906 बहनों को इसका लाभ मिलेगा।