MP political news: मुख्यमंत्री बनने के बाद उमा भारती ने दिलाई थी बाबूलाल गौर को देवी-देवताओं की कसम, लेकिन कुर्सी के चलते गौर ने तोड़ दी थी कशमें
MP political news: मुख्यमंत्री बनने के बाद उमा भारती ने दिलाई थी बाबूलाल गौर को देवी-देवताओं की कसम, लेकिन कुर्सी के चलते गौर ने तोड़ दी थी कशमें।
प्रथम न्याय न्यूज। बात उन दिनों की है जब मध्य प्रदेश में काफी दिनों के बाद वर्ष 2003 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी और उमा भारती को मुख्यमंत्री बनाया गया था लेकिन उसके बाद बाबूलाल गौर को मुख्यमंत्री का पद दिया गया परंतु कुछ दिनों बाद ही सीएम की कुर्सी शिवराज सिंह चौहान को सौंप दी गई थी जो लगातार अभी तक मुख्यमंत्री के पद पर बने हुए हैं।
क्यों छोड़ना पड़ा था उमा भारती को सीएम की कुर्सी
उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री का पद संभाल लिया था लेकिन कुछ दिनों बाद 10 साल पुराने एक मामले में उनके खिलाफ वारंट जारी हो गया जिसकी वजह से जानकार यह बताते हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा लेकिन मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के बाद उन्होंने सीएम की कुर्सी बाबूलाल गौर को सौंप दी लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री बनाने से पहले बाबूलाल गौर से देवी देवताओं की शपथ ले ली थी।
उमा भारती ने क्यों ली थी बाबूलाल गौर से देवी देवताओं की शपथ
क्योंकि उनके खिलाफ जो वारंट जारी हुआ था उसमें कुछ भी हो सकता था लेकिन उमा भारती को यह मालूम था कि यदि फिर से उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलता है तो हो सकता है कि बाबूलाल गौर इस्तीफा न दें इसलिए उन्होंने बाबूलाल गौर को मुख्यमंत्री बनने से पहले ही 21 देवी देवताओं की शपथ ले ली थी कि जब वह कहेंगी तो बाबूलाल गौर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे जिसको बाबूलाल गौर ने सहर्ष स्वीकार कर लिया था।
अपने वादे से मुकर गए थे बाबूलाल गौर
कुछ दिनों तक बाबूलाल गौर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर रहे परंतु एक दिन वह भी आया जब बाबूलाल गौर को इस्तीफा देना पड़ा और शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान सौंप दी गई इस पर उमा भारती ने बाबूलाल गौर को उन दिनों दी गई देवी देवताओं की शपथ याद दिलाई। इस पर बाबूलाल गौर ने कहा कि आपने यह कहा था की आपको इस्तीफा दे देना है परंतु यह नहीं कहा था की इस्तीफा नहीं देना है। अगर आप यह भी कहती कि जब तक मैं ना कहूं तब तक इस्तीफा नहीं देना है तो मैं ना देता परंतु आपने इस्तीफा दे देने की कसम दी थी।