मध्य प्रदेश के रीवा शहर को रजवाड़ों की नगरी के साथ साथ तालाब की नगरी से भी जाना जाता है रीवा जिले में कई ऐतिहासिक और विशाल तालाब है जिन्हें देखने के लिए दूर-दूर से टूरिस्ट आए यहां आते हैं मध्य प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा तालाब भी रीवा में ही है इस तालाब का नाम गोविंदगढ़ तालाब है या तालाब रीवा का ऐतिहासिक तालाब माना जाता है जो सरकार द्वारा एक फाइव स्टार होटल में तब्दील होने वाला है।
तालाब बनाने की क्या थी कहानी
मध्य प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े तालाब को बनाने की बड़ी ही रोचक कहानी है वर्ष 1851 में महाराज विश्वनाथ सिंह ने अपनी बहू के लिए रीवा नगर से 20 किलोमीटर की दूरी पर एक विशालकाय झील को तालाब बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी इसके बाद 1854 में यह एक अद्भुत और विशाल का है तलाब बनकर तैयार हो गया इस वक्त महाराज की मृत्यु भी हो गई उसके बाद उनकी बेटी रघुराज सिंह राजा बने उन्होंने तालाब के किनारे किले और महलों का निर्माण भी कराया उसके बाद उसे तालाब को महाराज वेंकट रमन सिंह जूदेव ने विस्तारित किया 1902 में उसे तालाब को विस्तारित किया गया जहां नया तालाब है वह बस्ती हुआ करती थी महाराज ने उसे बस्ती को वहां से विस्थापित किया और इस शानदार और विशाल का तालाब का निर्माण कराया जिसकी गिनती मध्य प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े तालाब में की जाती है यह देखने में भी काफी मनमोहक है गोविंदा का तालाब देखने लोग आते हैं यही कारण है कि सरकार ने इसको और मनमोहन बनाने के लिए एक टूरिस्ट प्लेस के रूप में विस्तारित कर रही है आने वाले दिनों में यहां देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी टूरिस्ट आएंगे।
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तालाब है रोटी का जरिया
गोविंदगढ़ के स्थानीय लोगों के लिए यह एक तालाब ही नहीं बल्कि आमदनी का जरिया भी है यहां बड़ी संख्या में मछली पालन भी किया जाता है गोविंदगढ़ का तालाब बेहद खूबसूरत है इस तालाब से पहाड़ का दृश्य भी दिखाई देता है यह काफी खूबसूरत नजारा होता है किसी का आकर्षण लोगों को अपनी तरफ खींचता है और दूर-दूर से लोग यहां पर तालाब देखने आते हैं कोई सरकार द्वारा इस तालाब में कई बड़े बंदरगाह किया जा रहे हैं ताकि यह एक बड़ा पर्यटक स्थल बन सके।
यहां अब बनेगा वाटर स्पोर्ट्स
इस खूबसूरत और विशाल का तालाब को सरकार द्वारा वाटर स्पोर्ट के हिसाब से तैयार किया जा रहा है ताकि लोग यहां दिल कीड़ा का आनंद ले सके यहां की प्राकृतिक और मनोरम वातावरण में सैर करने के लिए कई बोर्ड सभी चलाई जाएगी जिससे बाहर देश से आए टूरिस्ट इंजॉय कर सके और साथ ही मनोरंजन के लिए पूरी व्यवस्था की जा रही है इस पूरे इलाके का बेहतर टूरिस्ट मैप तैयार कर लिया गया है।
अनचाहे बच्चे को झाड़ियों में फेंके नहीं, “पालन गृह” में छोड़ जाएं !
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