हम लाड़ली हैं, बेबस नहीं!”—खून से लिखा मुख्यमंत्री को पत्र, मांग रही हैं हक, न कि मदद
लाड़ली बहनों ने शिक्षक भर्ती में नियुक्ति की मांग को लेकर खून से लिखा पत्र, बोले—1250 नहीं, हमें हमारा हक चाहिए

मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती की वेटिंग सूची में शामिल लाड़ली बहनों ने अपनी पीड़ा जताने के लिए एक बेहद भावुक और साहसिक कदम उठाया है। दमोह और इंदौर समेत प्रदेश के अलग-अलग जिलों से भोपाल पहुंची इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को अपने खून से पत्र लिखकर कहा—”हमें हर माह 1250 रुपए नहीं, हमारा अधिकार चाहिए!
दरअसल, ये सभी महिलाएं शिक्षक भर्ती वर्ग-1 (2023) की वेटिंग लिस्ट में शामिल हैं। भर्ती प्रक्रिया के तहत 8720 पदों पर नियुक्ति होनी थी, लेकिन शिक्षा विभाग ने सिर्फ 5053 पदों पर ही नियुक्ति की है। करीब 2900 पद अब भी खाली हैं।
उम्मीदवारों का आरोप है कि चयन के बावजूद नियुक्ति नहीं दी जा रही। हाल ही में शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग द्वारा लगभग 60 हजार नए शिक्षक पद स्वीकृत किए गए हैं, बावजूद इसके पहले से चयनित वेटिंग उम्मीदवारों को अनदेखा किया जा रहा है।
इन महिलाओं ने पहले भी प्रदर्शन किए हैं—कई तो समर्थन में अपने बाल तक कटवा चुकी हैं। अब वे खून से पत्र लिखकर सरकार तक अपनी आवाज पहुंचा रही हैं।
पत्र में उन्होंने लिखा
“यह पत्र एक लाड़ली बहना अपनी सीएम मोहन भैया को लिख रही है… वर्ग-1 (2023) में पद वृद्धि कर दीजिए। हमें सहायता नहीं, हमारा अधिकार चाहिए।”
इन महिलाओं की भावनाएं सिर्फ नियुक्ति की मांग नहीं, बल्कि सम्मान और आत्मनिर्भरता की पुकार है। वे चाहती हैं कि उन्हें सिर्फ योजना की लाभार्थी नहीं, राज्य निर्माण की भागीदार माना जाए।