सावन के पवित्र महीने में श्रद्धा से भरी एक यात्रा भीषण हादसे में तब्दील हो गई। मंगलवार सुबह लगभग 5 बजे झारखंड के देवघर जिले में मोहनपुर प्रखंड के नवापुरा गांव के पास जमुनिया चौक पर एक दर्दनाक सड़क हादसे में 18 कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद पूरे इलाके में चीख-पुकार मच गई।
यह हादसा तब हुआ जब बिहार के मासूमगंज से आए 40 कांवड़ियों से भरी एक बस देवघर से बासुकीनाथ की ओर जा रही थी। तभी सामने से आ रहा एलपीजी सिलेंडर से लदा एक भारी ट्रक अचानक बस से टकरा गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया और यात्रियों का सामान बस में लटका रह गया।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान – 100 मीटर तक बिना ड्राइवर दौड़ती रही बस
मोतिहारी निवासी सुरेंद्र यादव, जो खुद हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बचे, ने बताया, “सुबह 5 बजे के करीब हमारी बस देवघर से निकल रही थी। तभी एक सिलेंडर लदा ट्रक सामने से आया और दोनों में टक्कर हो गई। ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। बस करीब 100 मीटर तक बिना ड्राइवर के दौड़ती रही और फिर ईंट के ढेर से टकरा कर रुकी।
झपकी बनी हादसे की वजह
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि बस ड्राइवर को झपकी आने के कारण यह हादसा हुआ। टक्कर के साथ ही वह सीट से उछलकर सड़क पर गिरा और वहीं उसकी जान चली गई।
राहत और बचाव कार्य जारी
हादसे की खबर मिलते ही गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त करते हुए मौतों की पुष्टि की। SP, थाना प्रभारी सहित प्रशासन की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। घायलों को तुरंत देवघर सदर अस्पताल भेजा गया। अस्पताल से 5 एंबुलेंस मौके पर भेजी गई हैं और अब भी मलबे से शव निकाले जा रहे हैं।
बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
अधिकारियों के अनुसार, मलबे में अभी भी कुछ लोग फंसे हो सकते हैं और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। प्रशासन राहत कार्य में जुटा है और हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है।