Cyber फ्रॉड का नया तरीका, बच्चों के नाम पर अभिभावकों से की जा रही ऑनलाइन ठगी

Cyber Fraud : नई साइबर धोखाधड़ी तकनीकें लोगों को मिनटों में अपनी मेहनत की कमाई गंवाने पर मजबूर कर रही हैं। कभी निवेश का लालच तो कभी नौकरी का लालच, थोड़ी सी लापरवाही के कारण लोग धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं और जालसाज लाखों रुपये चुरा लेते हैं। साइबर ठगी का एक ऐसा ही नया पैटर्न इन दिनों सामने आया है, जहां बच्चों के नाम पर अभिभावकों को ब्लैकमेल कर ऑनलाइन ठगी की जाती है।

जालसाज खुद को पुलिस अधिकारी बताकर कॉल करता है और अभिभावकों को बच्चों के फर्जी मामले की जानकारी देता है। उसने केस बंद करने और मामले को रफा-दफा करने के लिए पैसे की भी मांग कर रहे हैं। यह भी पाया गया है कि कभी-कभी माता-पिता जालसाजों की चाल को समझ जाते हैं और कुछ बच्चे अपराध से जुड़े होने के डर से जालसाज के बैंक खाते में पैसे भेज देते हैं।

नूतन काॅलेज में बीए और बीएससी की दो छात्राओं के अभिभावकों को ठगी का प्रयास करने के लिए फोन किया गया था। प्रो. सीमा पाठक ने बताया कि एक बच्ची के अभिभावकों को किडनैपर के रूप में ठग ने फोन किया था, इससे उसके माता-पिता घबराकर तुरंत काॅलेज पहुंचे, यहां देखा तो उनकी बेटी क्लास में मौजूद थी। वहीं प्रो. चंदना ने बताया कि एक अन्य मामले में ठग ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर फोन किया और बच्ची के थाने में बंद होने की बात कहकर रूपयों की मांग की। जबकि वे कालेज पहुंचे तो बेटी यहीं मौजूद थी। ऐसे ही कई मामले सामने आये हैं।

भोपाल के साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक तरुण कुरील ने बताया की फर्जी केस का झांसा देकर बच्चों के माता-पिता को फोन कर ठगी करने का आरोप साइबर सेल में पाया गया है। अच्छी बात यह है कि इन मामलों में धोखाधड़ी का अनुपात काफी कम है। हालाँकि, हमारा प्रयास कॉल करने वालों तक यथाशीघ्र पहुँचने का है।

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