झोलाछाप डॉक्टर ने 10 साल मासूम बच्चे की ले ली जान, पुलिस कर रही जांच

रीवा के त्योंथर क्षेत्र में 10 साल की मासूम की जान क्लीनिक चला रहे झोलाछाप डॉक्टर ने ले ली। वहीं परिजनों का आरोप है की डॉक्टरों ने इलाज के नाम पर एक-एक करके ग्लूकोज की बोतल चढ़ाते गए। जिससे बच्चे की हालत ज्यादा बिगड़ गई तो उसे प्रयागराज ले जाया जा रहा था। लेकिन मासूम बच्चे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
इस घटना के बाद जिलाधिकारी ने सीएमएचओ को मामले की जांच के आदेश दिये। इस घटना के बाद से दोनों डॉक्टर अपना क्लिनिक बंद कर फरार हैं। यह पूरा मामला रीवा त्योंथर के सोहागी थाना क्षेत्र अंतर्गत चौरा गांव का है। जहां एक झोलाछाप डॉक्टर ने 10 साल के मोहम्मद साजिद अहमद इलाज करते करते बच्चे की जान ले ली। मकबूल अहमद ने रविवार शाम से उल्टी-दस्त हो रहे बेटे को लेकर गांव में एक झोलाछाप डॉक्टर को दिखाया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। उसके बाद दूसरे झोलाछाप डॉक्टर के पास दिखाया, जहां डॉक्टर रात 9 बजे से सुबह 3 बजे तक ग्लूकोज की कई बोतलें और इंजेक्शन लगाता रहा।
इससे बच्चा बेहोश हो गया और उसके नाक से खून बहने लगा और मुंह से झाग निकलने लगा। इस बीच परिजन बच्चे को प्रयागराज ले जाने के लिए निकल पड़े। लेकिन रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गयी। उसके बाद परिजनों ने थाने में शिकायत भी दर्ज करायी। पुलिस ने घटना की जांच के बाद मासूम बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। इस घटना को जिलाधिकारी प्रतिभा पाल ने मामले का संज्ञान लिया और सीएमएचओ को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।