BSC थर्ड ईयर के छात्र ने कॉलेज की तीसरी मंजिल से कूदकर दी जान, सुसाइड नोट मिला…

Indore Suicide Case: माफ करना मम्मी-पापा, मैं अच्छा बेटा नहीं बन पाया… यह लिखने के बाद, Bsc तृतीय वर्ष का एक छात्र विश्वविद्यालय की तीसरी मंजिल से कूद गया। मध्य प्रदेश के इंदौर में एडिशनल डीसीपी जोन 4 आनंद यादव ने यह खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मृतक छात्र का सुसाइड नोट मिला है। इसमें उन्होंने अपनी जान देने का कारण लिखा है। घटना द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में घटी। मयूर नाम के एक लड़के ने आत्महत्या कर ली है। पुलिस आत्महत्या के पीछे का असली कारण जानने की कोशिश कर रही है। हम विश्वविद्यालय के कर्मचारियों से भी पूछताछ करेंगे।
अब तक की जांच में पता चला है कि आत्महत्या करने से पहले मयूर ने अपने सोशल मीडिया स्टेटस पर कुछ पोस्ट किया था, जिसमें उसने लिखा था कि मैं अच्छा स्टूडेंट या अच्छा बेटा नहीं बन पाऊंगा। उसने ऐसा अपनी खराब मानसिक स्थिति के कारण किया। बाकी की जांच चल रही है। इस पोस्ट के बारे में परिजनों से चर्चा की जाएगी और उनसे बात करने के बाद सारी बातें स्पष्ट हो जाएंगी। संभवतः मृतक मानसिक तनाव में था। हमें पता चल जाएगा और उसके बाद ही हम आगे की कार्रवाई करेंगे। हम मानसिक तनाव में क्यों हैं इसका वास्तविक कारण भी पता चल जाएगा।
सोशल मीडिया अकाउंट पर मिला सुसाइड नोट
द्वारकापुरी थाने के प्रभारी राहुल राजपूत के अनुसार मृतक मयूर वैष्णव इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पढ़ता था। वह बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र था। उनके पिता का नाम कमल सिंह प्रजापति है। हमें विश्वविद्यालय से फोन आया कि एक छात्र ने इमारत से छलांग लगा दी है। जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो छात्र खून से लथपथ पड़ा था। वे उसे उठाकर अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
विश्वविद्यालय स्टाफ ने बताया कि मृतक का नाम मयूर था। उन्होंने अपने दोस्तों और परिवार के लोगों के फोन नंबर लिए और उन्हें फोन करके घटना की जानकारी दी। उन्होंने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिवार के सदस्यों से बयान लिये गये। खोजबीन करने पर मयूर के सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट मिली, जिसमें उन्होंने अपनी परेशानी बयां की थी। इससे हमें पता चला कि मयूर ने आत्महत्या करने का निर्णय क्यों लिया? पुलिस ने जब मयूर के दोस्तों और परिवार वालों से बात की तो काफी जानकारी सामने आई।