मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार द्वारा चलाई जा रही लाड़ली बहना योजना अब राजनीतिक बहस का केंद्र बन गई है। कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह धीरे-धीरे महिलाओं को इस योजना से बाहर कर रही है। इस मुद्दे पर कांग्रेस ने ‘लाभ परित्याग’ विकल्प को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
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कांग्रेस का आरोप: धीरे-धीरे बंद हो रही योजना?
लाड़ली बहना योजना विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए गेमचेंजर साबित हुई थी। इस योजना के तहत गरीब महिलाओं को हर महीने ₹1250 की आर्थिक सहायता दी जाती है। लेकिन अब कांग्रेस का कहना है कि सरकार इस योजना को बंद करने की साजिश कर रही है।
‘लाभ परित्याग’ बना विवाद की जड़
कांग्रेस प्रवक्ताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘लाभ परित्याग’ विकल्प को लेकर विरोध जताया। उनका कहना है कि सरकार इस प्रक्रिया के जरिए महिलाओं को योजना से बाहर करने की तैयारी कर रही है, जैसा कि पहले एलपीजी सब्सिडी के मामले में हुआ था।
क्या योजना में बदलाव हो रहे हैं?
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को योजना से बाहर किया जा रहा है, जबकि नए पंजीकरण बंद कर दिए गए हैं। हालांकि, राज्य सरकार ने इन दावों को खारिज किया है और कहा है कि योजना जारी रहेगी और अप्रैल में 23वीं किस्त लाभार्थियों को दी जाएगी।
लाड़ली बहना योजना पर चल रही यह सियासी जंग महिलाओं के लिए राहत लाएगी या चिंता बढ़ाएगी, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।