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Rewa News : रीवा मे गौशालाएं बनी मवेशियों की कब्रगाह, भूख-प्यास से तड़प-तड़प कर मर रहे मवेशी

Rewa News : गौ माता की सुरक्षा के लिए सरकार ने गांवों में गौशालाएं बनवाईं, लेकिन ये गौशालाएं मवेशियों की कब्रगाह बन गई हैं। यहां मवेशी मर रहे हैं। उन्हें खाना-पानी देने वाला कोई नहीं है, इतनी सारी गायें एक साथ मर गईं। मृत गायों को खलिहान से बाहर फेंक दिया गया, जिससे हड़कंप मच गया।

बताया जाता है कि मवेशियों की मौत गौशाला में भूख-प्यास से हुई है। बक्क्षेरा तहसील के रायपुर कर्चुलियान में गौशाला का निर्माण कराया गया है, जहां गांवों से आने वाली आवारा गायों को रखा जाता है। यह गौशाला गौ माता का कब्रिस्तान बन गया है। गौशाला में कई गायें मर रही हैं। सरपंच और सचिव मिलकर भी गायों को चारा-पानी नहीं दे सकते। गायों को खुले मैदानों में कीचड़ में छोड़ दिया गया है, इसलिए वे मर रही हैं। बक्क्षेरा गौशाला में एक साथ 15 से ज्यादा गायों की मौत हो गई। सरपंच और सचिव ने मिलकर सभी गायों को बाहर निकलवा दिया।

बताया जाता है कि आसपास के ग्रामीणों ने यहां करीब 15 गायों के कंकाल देखे, जिससे हंगामा मच गया। उन्होंने सरपंच और सचिव पर गंभीर आरोप लगाए। गौशाला में गायों के लिए भोजन या पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। भूख-प्यास से मवेशी तड़प-तड़प कर मर जाते हैं। दो दिन तक बारिश हुई तो दलदल बन गया। उसी दलदल में धीरे-धीरे मवेशी मर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यदि गौशाला में गौमाता के लिए व्यवस्था नहीं की गई तो सभी मिलकर कलेक्टर का घेराव करेंगे।

गौशालाओं में भोजन की आपूर्ति नहीं

जिले में गौशालाएं तो बनी हैं, लेकिन गायों के लिए भोजन की व्यवस्था नहीं है। यह समस्या किसी गौशाला में नहीं है, लेकिन अधिकांश में यही स्थिति है। पंचायत ने बजट के नाम पर हाथ खड़े कर दिए हैं। उनके पास गायों को खिलाने के लिए कोई बजट नहीं है। ऐसे में गौशाला में गायें भूख से मर जाती हैं। प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देता, इसलिए समस्या बनी रहती है।

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