बेटे की शादी में गौतम अदाणी ने खोल दिया खजाना,10 हजार करोड़ रुपए का दान,Jeet Adani Wedding

Gautam Adani opened his treasury for his son’s wedding, donated 10 thousand crore rupees, Jeet Adani Wedding

Gautam Adani Son Jeet Adani Wedding: महाकुंभ की पुण्यधरा पर उद्योगपति गौतम अदाणी ने एक ऐसा वचन दिया, जो न केवल उनकी पारिवारिक परंपराओं को दर्शाता है, बल्कि समाज सेवा की मिसाल भी बन गया। उन्होंने अपने बेटे जीत अदाणी की शादी को सादगी और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न करने का निर्णय लिया और इस पावन अवसर पर समाज सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।

समाज कल्याण के लिए 10,000 करोड़ रुपये का दान

गौतम अदाणी ने अपने बेटे की शादी को सिर्फ एक पारिवारिक आयोजन तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे समाज सेवा से जोड़कर एक ऐतिहासिक पहल की। उन्होंने समाज के उत्थान के लिए 10,000 करोड़ रुपये का दान देने की घोषणा की, जो स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास को समर्पित होगा। इस धनराशि से देशभर में अत्याधुनिक अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, विद्यालय और कौशल विकास केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिससे लाखों लोगों को लाभ मिलेगा।

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जीत और दिवा की पारंपरिक सादगी भरी शादी

जीत अदाणी और दिवा शाह का विवाह एक पारिवारिक और पारंपरिक समारोह के रूप में अहमदाबाद के बेल्वेडियर क्लब, अदाणी शांतिग्राम टाउनशिप में संपन्न हुआ। यह आयोजन भव्यता से परे, सादगी और आत्मीयता का प्रतीक था। परिवार ने इसे एक निजी समारोह रखा, जिसमें करीबी रिश्तेदार और मित्रगण ही शामिल हुए।

गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया पर अपनी बहू दिवा को “बेटी दिवा” कहकर संबोधित किया और लिखा—

“परमपिता परमेश्वर के आशीर्वाद से जीत और दिवा विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए। यह एक पारंपरिक और पारिवारिक आयोजन था, जिसके लिए हम सभी शुभचिंतकों को आमंत्रित नहीं कर सके। मैं आप सभी से बेटी दिवा और जीत के लिए स्नेह और आशीष की कामना करता हूँ।”

जीत अदाणी: सफलता की नई उड़ान

जीत अदाणी वर्तमान में अदाणी एयरपोर्ट्स के निदेशक हैं और छह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के संचालन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इसके अलावा, वह नवी मुंबई में बन रहे सातवें हवाई अड्डे की देखरेख भी कर रहे हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया से अपनी शिक्षा पूरी की है और अपने परिवार की व्यावसायिक विरासत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में कार्यरत हैं।

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निष्कर्ष

गौतम अदाणी का यह कदम सिर्फ उनकी उदारता को नहीं दर्शाता, बल्कि समाज कल्याण के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है। शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल विकास के क्षेत्र में उनका योगदान देश के लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाएगा। उनकी यह पहल भारत के उद्योगपतियों और समाजसेवियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी रहेगी।

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