MP में श्रमिकों के लिए खुशखबरी! अब मिलेगा ₹4 लाख लोन और सरकारी बीमा योजना का लाभ
जानिए 2025 में शुरू हुई दीनदयाल जन आजीविका योजना के तहत कैसे असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को मिलेगा ₹4 लाख तक का लोन, बीमा और रोजगार के अवसर, पढ़ें पूरी जानकारी यहां

जहां एक ओर केंद्र और राज्य सरकारें महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही हैं, वहीं अब असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए भी एक नई रौशनी की किरण सामने आई है। “दीनदयाल जन आजीविका योजना (DJAY-S)” नामक यह योजना न केवल रोजगार और वित्तीय सहायता का वादा करती है, बल्कि सामाजिक सुरक्षा की ठोस गारंटी भी देती है।
इस योजना की शुरुआत 2014 में दीनदयाल अंत्योदय योजना के रूप में हुई थी, लेकिन अब यह एक नए और व्यापक रूप में सामने आई है। खास बात यह है कि अब इसमें सिर्फ शहरी गरीब नहीं, बल्कि परिवहन, निर्माण, घरेलू, अपशिष्ट प्रबंधन, देखभाल और गिग वर्कर्स जैसे क्षेत्रों के श्रमिकों को भी शामिल किया गया है।
योजना के प्रमुख लाभ
1. केंद्र और राज्य योजनाओं से सीधा जुड़ाव:
रजिस्टर्ड श्रमिकों को जनधन, जीवन ज्योति बीमा, पीएम सुरक्षा बीमा, आयुष्मान भारत और वन नेशन वन राशन कार्ड जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं से जोड़ा जाएगा। खासतौर पर मध्यप्रदेश की लाड़ली बहनों को बीमा का सीधा लाभ मिलेगा।
2. स्व-सहायता समूहों का विस्तार:
कमजोर वर्ग के 70% परिवारों को SHG से जोड़ा जाएगा, जहां नए समूहों को ₹25,000 तक की मदद दी जाएगी और फेडरेशन को भी सहयोग मिलेगा।
3. खुद का व्यवसाय शुरू करने में सहायता:
योजना के तहत व्यक्तिगत रूप से ₹4 लाख तक और समूह को ₹20 लाख तक का ऋण मिलेगा ताकि आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाया जा सके।
4. शहरी श्रमिकों के लिए सुविधाएं:
बड़े शहरों में आश्रय स्थल, डे केयर सेंटर, लेबर चौक और आजीविका केंद्र बनाए जाएंगे ताकि श्रमिकों को सुरक्षित और सहायक वातावरण मिल सके।
5. विशेष नवाचार और प्रोजेक्ट्स:
गरीबी हटाने के लिए नए प्रयोग और सिंगल विंडो सिस्टम लागू होंगे। नगरीय निकायों को योजना संचालन के लिए ₹5 लाख की सहायता दी जाएगी।
मध्यप्रदेश में सफलता की कहानी
भोपाल, इंदौर और उज्जैन में इस योजना का पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया, जिसके शानदार परिणाम देखने को मिले। इंदौर के ऑटो चालक रमेश का कहना है, “अगर मुझे ₹4 लाख का लोन मिल जाए तो अपनी खुद की गाड़ी लेकर परिवार का भविष्य सुरक्षित कर सकता हूं।” वहीं भोपाल की घरेलू कामगार शांति बाई बताती हैं, “SHG से जुड़ने के बाद मेरी कमाई बढ़ रही है और परिवार को बेहतर जीवन दे पा रही हूं।
खबर का सार पढ़ें
दीनदयाल जन आजीविका योजना असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले करोड़ों श्रमिकों के लिए न केवल रोजगार का ज़रिया है, बल्कि उन्हें आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा देने वाला एक मजबूत कदम है। यह पहल वास्तव में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की दिशा में एक प्रेरणादायक प्रयास है।