Home Loan एक प्रकार का ऋण है जो बैंक या नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां (NBFC) घर खरीदने के लिए देती हैं। इस ऋण के माध्यम से, व्यक्ति मासिक किस्तों में एक निश्चित राशि बैंक या NBFC को चुकाते हैं, जिसमें मूल रकम और ब्याज दोनों शामिल होते हैं, और यह अवधि 10, 20 या 30 साल तक हो सकती है। Home Loan घर खरीदने के सपने को साकार करने में मदद करता है, खासकर जब आपके पास घर की पूरी कीमत देने के लिए पर्याप्त धन नहीं होता है। आमतौर पर, आपको घर की कुल कीमत का केवल 10% से 15% ही डाउन पेमेंट के रूप में देना होता है।
Home Loans की विशेषताएं (Features of Home Loans)
- ब्याज दर: Home Loan की ब्याज दरें 8.30% प्रति वर्ष से शुरू होती हैं। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और यूको बैंक वर्तमान में सबसे कम ब्याज दर प्रदान करते हैं।
- लोन राशि: लोन राशि आवेदक की प्रोफाइल के आधार पर अलग-अलग होती है।
- लोन अवधि: लोन चुकाने की अवधि 30 वर्ष तक हो सकती है, हालांकि कुछ संस्थान इसे 40 वर्ष तक भी बढ़ा सकते हैं।
- एलटीवी रेश्यो: लोन टू वैल्यू (LTV) रेश्यो प्रॉपर्टी वैल्यू का 90% तक हो सकता है।
- प्रोसेसिंग फीस: प्रोसेसिंग फीस लोन राशि का 1% से 2% तक हो सकती है।
होम लोन के प्रकार (Types of Home Loans)
- होम परचेज लोन: यह सबसे आम प्रकार का होम लोन है, जो रेडी-टू-मूव-इन प्रॉपर्टी, निर्माणाधीन प्रॉपर्टी और रीसेल प्रॉपर्टी खरीदने के लिए लिया जाता है।
- कंपोजिट लोन: यह उन लोगों के लिए है जो निवेश या घर बनाने के लिए प्लॉट खरीदना चाहते हैं।
- होम कंस्ट्रक्शन लोन: यह लोन उन व्यक्तियों के लिए है जो पहले से ही जमीन के मालिक हैं और उस पर घर बनाना चाहते हैं।
होम लोन के लिए पात्रता (Eligibility for Home Loan)
Home Loan की पात्रता मानदंड बैंक और लोन योजनाओं के अनुसार अलग-अलग होते हैं, लेकिन कुछ सामान्य शर्तें इस प्रकार हैं।
- राष्ट्रीयता: आवेदक भारतीय निवासी, अनिवासी भारतीय (NRI) या भारतीय मूल का व्यक्ति (PIO) होना चाहिए।
- क्रेडिट स्कोर: क्रेडिट स्कोर 750 या उससे अधिक होना चाहिए। अच्छा क्रेडिट स्कोर होने से होम लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है, और बैंक कम ब्याज दर पर लोन दे सकते हैं।
- न्यूनतम आयु: आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए, हालांकि कुछ बैंक 21 वर्ष की न्यूनतम आयु निर्धारित करते हैं।
- अधिकतम आयु: लोन मैच्योरिटी के समय आवेदक की अधिकतम आयु आमतौर पर 70 वर्ष होती है, लेकिन कुछ बैंक इसे 75 वर्ष तक बढ़ा देते हैं।
- कार्य अनुभव: नौकरीपेशा आवेदकों के लिए कम से कम 2 वर्ष का कार्य अनुभव आवश्यक है, जबकि गैर- नौकरीपेशा आवेदकों के लिए कम से कम 3 वर्ष का व्यवसाय होना चाहिए।
- न्यूनतम सैलरी: आवेदक की न्यूनतम सैलरी 25,000 रुपये प्रति माह होनी चाहिए, हालांकि यह राशि अलग-अलग बैंकों में भिन्न हो सकती है।
- लोन राशि: प्रॉपर्टी वैल्यू का 90% तक लोन मिल सकता है।
होम लोन क्यों लेना चाहिए? (Why should one take a home loan?)
होम लोन लेने से कई फायदे होते हैं-
- निवेश: घर की कीमत समय के साथ बढ़ती है, जिससे यह एक अच्छा निवेश विकल्प बन जाता है1.
- टैक्स में बचत: होम लोन की मासिक किस्त में चुकाई गई मूलधन राशि पर इनकम टैक्स कानून के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की छूट मिलती है। इसके अतिरिक्त, ब्याज के रूप में चुकाई गई राशि पर साल में दो लाख रुपये तक की अतिरिक्त छूट मिलती है।
- आवासीय सुविधा: आप बिना बार-बार घर बदलने की चिंता के अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण बातें
- लोन देने से पहले, बैंक प्रॉपर्टी के दस्तावेजों की जांच करते हैं, जिसमें टाइटल एग्रीमेंट, एनओसी और एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट शामिल हैं।
- वेरिफिकेशन के बाद, बैंक एक सेंक्शन लेटर जारी करता है जिसमें लोन की मंजूरी और आवश्यक विवरण होते हैं।
- अगर आपने पहले से ही कोई लोन लिया है, तो बैंक Home Loan की राशि पर विचार करते समय आपकी मासिक आय से उस लोन की किस्त को घटा देगा।
- बैंक आमतौर पर आपकी कुल मासिक आय का 40% व्यक्तिगत खर्चों के लिए मानते हैं, और शेष राशि के आधार पर Home Loan दिया जाता है।
- सरकार निम्न और मध्यम वर्ग के लिए बिना गारंटी के होम लोन प्रदान करने के लिए नई हाउसिंग स्कीम ला रही है।
- आरबीआई द्वारा बैंकिंग सिस्टम में नकदी की स्थिति को सुधारने के लिए सीआरआर को कम करने से Home Loan की ब्याज दरों में कमी आ सकती है।