IAS IPS Power Difference: IPS,IAS मे कौन होता है सबसे अधिक शक्तिशाली किसकी पावर होती है ज्यादा जानें सैलरी और सबकुछ!
IAS IPS Power Difference: संघ लोक सेवा आयोग यानि UPSC की परीक्षा (upsc exam) पास करना किसका सपना नहीं होता देश भर में लाखों छात्र अलग-अलग स्थानों पर इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन कुछ को ही सफलता मिल पाती है जिनका चयन IAS, IPS, आईईएस या आईएफएस अधिकारी के रूप में होता है भले ही इन सभी अधिकारियों का चयन एक ही एग्जाम से होता है लेकिन इनका काम अलग-अलग होता है और उनकी भूमिकाएं भी अलग होती हैं।
https://prathamnyaynews.com/business/40050/
UPSC क्लियर के बाद IAS-IPS का चयन
मेंस एग्जाम का रिजल्ट आने के बाद सभी उम्मीदवारों को एक डिटेल एप्लीकेशन फॉर्म (DAF) भरना होता है जिसमें उन्हें अपनी सभी जानकारियां देनी होती है और इसी आधार पर पर्सनैलिटी टेस्ट होता है इन्हीं जानकारियों के आधार पर ही इंटरव्यू में भी सवाल पूछे जाते हैं मेंस एग्जाम और इंटरव्यू में मिले नंबर को जोड़कर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है और फिर ऑल इंडिया रैंकिंग तय की जाती है मेरिट लिस्ट अलग-अलग कैटेगरी यानी जनरल, एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस के आधार पर तैयार की जाती है
मेरिट लिस्ट में मिली रैंकिंग के आधार पर IAS, IPS या आईएफएस रैंक मिलती है मेरिट लिस्ट में टॉप रैंक हासिल करने वालों को आईएएस पोस्ट मिलती और इसके बाद वालों को आईपीएस, आईएफएस और आईआरएस के पद पर चुना जाता है हालांकि, कई बार टॉप रैंक पाने वालें IPS बनना चाहते हैं तो निचले रैंक वालों को भी IAS की पोस्ट मिल सकती है।
3 महीने साथ होती है IAS-IPS की ट्रेनिंग
UPSC एग्जाम के द्वारा आईएएस और आईपीएस चुने जाने के बाद दोनों की ट्रेनिंग मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में फाउंडेशन कोर्स से शुरू होती है इस दौरान सभी कैंडिडेट्स को तीन महीने की ट्रेनिंग दी जाती है और बेसिक एडमिनिस्ट्रेटिव स्किल सिखाए जाते हैं इसके अलावा मेंटल और फिजिकल मजबूती की भी ट्रेनिंग दी जाती है।
चुने गए अफसरों के लिए इंडिया डे का आयोजन किया जाता है, जिसमें सभी अफसर अपने-अपने राज्य की संस्कृति का प्रदर्शन करते हैं और पहनावे, लोक नृत्य या फिर खाने के जरिए देश की ‘विविधता में एकता’ दिखाते हैं ट्रेनिंग के दौरान अधिकारियों को विलेज विजिट कराया जाता है और उन्हें सुदूर गांव में जाकर 7 दिन रहना होता है।
एक IAS अफसर को ज्यादा टफ ट्रेनिंग से गुजरना होता है और उनकी ट्रेनिंग में घुड़सवारी, परेड और हथियार चलाना शामिल होता है वहीं 3 महीने की फाउंडेशन ट्रेनिंग के बाद आईएएस अधिकारी की प्रोफेशनल ट्रेनिंग शुरू होती है और इसमें एडमिस्ट्रेशन व गवर्नेंस के हर सेक्टर की जानकारी दी जाती है।
IAS और IPS में कौन होता है ज्यादा पावरफुल
आईएएस अधिकारी और एक आईपीएस अफसर का काम बिल्कुल अलग होता है और इसी हिसाब से दोनों की शक्तियां भी बिल्कुल अलग होती हैं आईएएस अधिकारियों को कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग व कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय नियंत्रित करती है, जबकि आईपीएस कैडर को केंद्रीय गृह मंत्रालय नियंत्रित करती है।
एक IAS अधिकारी की सैलरी IPS अफसर की तुलना में ज्यादा होती है किसी एक क्षेत्र में केवल एक आईएएस अफसर की तैनाती की जाती है जबकि एक क्षेत्र में जरूरत के हिसाब से आईपीएस अधिकारी की संख्या कम या ज्यादा हो सकती है इस हिसाब से आईएएस अधिकारी का पद, वेतन और अधिकार के मामले में एक आईपीएस अधिकारी से बेहतर होता है।
https://prathamnyaynews.com/business/40042/