पाकिस्तान को करारा जवाब: भारत ने रोका सिंधु जल, सीमा पर बढ़ी सैन्य सक्रियता

आतंकी हमले के बाद भारत का निर्णायक कदम, जलस्रोतों और सैन्य तैयारियों से पाकिस्तान पर बढ़ाया दबाव

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को माकूल जवाब देने की दिशा में बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने सिंधु जल संधि को निष्प्रभावी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चिनाब नदी का अतिरिक्त पानी बगलिहार बांध के माध्यम से रोका गया है, वहीं सतलुज का बहाव हरिके बैराज से कम किया गया है। झेलम पर किशनगंगा बांध के जरिये भी जल नियंत्रण की योजना है। इन कदमों से पाकिस्तान की कृषि और बिजली उत्पादन पर गंभीर असर पड़ सकता है।

युद्ध की तैयारियों के संकेत, फिरोजपुर में ब्लैकआउट अभ्यास

सीमा पर तनाव के बीच फिरोजपुर कैंट में रविवार रात नौ बजे आधे घंटे का ब्लैकआउट रिहर्सल किया गया। नागरिकों को इसकी सूचना पहले ही दे दी गई थी। एलओसी पर लगातार दसवें दिन पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी का भारत ने सख्त जवाब दिया।

मोदी की उच्चस्तरीय बैठकें, सेनाध्यक्षों से लगातार संवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल के दिनों में सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें तेज कर दी हैं। एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने रविवार को पीएम से मुलाकात की। इससे पहले नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी से भी बैठक हो चुकी है। इन मुलाकातों में पहलगाम हमले के बाद की रणनीति और तैयारियों की समीक्षा की गई।

विदेश नीति में भी सख्ती, जयशंकर का स्पष्ट संदेश

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत की स्वतंत्र विदेश नीति पर जोर देते हुए कहा, “हमें उपदेशकों की नहीं, साझेदारों की जरूरत है।” उन्होंने यह बात आर्कटिक सर्कल फोरम में स्पष्ट की, जहाँ उन्होंने यूरोपीय देशों की दोहरी मानसिकता पर भी सवाल उठाए।

डिजिटल मोर्चे पर भी सख्ती, पाक नेताओं के सोशल अकाउंट बैन

भारत सरकार ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो और सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार के एक्स (ट्विटर) अकाउंट्स पर रोक लगा दी है। इसके अलावा कई पाकिस्तानी कलाकारों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स भी ब्लॉक किए गए हैं।

मोदी देंगे करारा जवाब: राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ किया कि भारत अब किसी भी हमले का जवाब उसी भाषा में देगा, जो दुश्मन समझे। उन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देशवासियों की भावना के अनुसार कार्रवाई करेंगे और सेना हर हाल में देश की सीमाओं की रक्षा करेगी।

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