झारखंड प्रतिभा खोज के तहत खेल प्रतिस्पर्धा का अंतर विद्यालय ट्रायल बोकारो के चास प्रखंड में

inter school competitition trial for sports under jharkhand pratibha khoj for the bokaro district, chas block

डॉ मनोज मोदी ब्यूरो चीफ (बोकारो) :

झारखण्ड प्रतिभा खोज प्रतियोगिता के तहत खेलो झारखण्ड योजना का आयोजन झारखण्ड सरकार से स्वीकृति प्राप्त राष्ट्रीय स्तर की सामाजिक कार्यकारी संस्था राष्ट्रीय विद्यार्थी कल्याणकारी सहायता संगठन (NSWA , INDIA ) और सहयोगी सम्मिलित संस्था KNOWLEDGE EDUCATIONAL TRUST के माध्यम से संचालित किया गया। प्रतिस्पर्धा में क्रिकेट, कब्बडी, फुटबॉल और दौड़ की  विविध श्रेणियां रखी गई जिसमें उम्र सीमा 8 से 12 (जूनियर), 13 से 18 (सीनियर), 19 से 30 (युवा वर्ग) की रखी गई जिसमें विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं और विद्यालओं के कुल 363 विद्यार्थियों ने अपनी किस्मत आजमाई और लड़कों और लड़कियों की बढ़ चढ़ कर सहभागिता रही। प्रतियोगिता का आयोजन बोकारो जिले के अंतर्गत चास प्रखंड में सेक्टर 12 में स्थित आदर्श बिरसा ग्राउंड में रविवार सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित की गई। तड़के सुबह से ही बच्चों ने अपने स्पोर्ट्स ड्रेस / यूनिफार्म  में स्कूल पहचान पत्र , प्रवेश पत्र और सम्बंधित किट के साथ ट्रायल देते नजर आए और अपने बच्चों का रजिस्ट्रेशन करने की होड़ लगी रही।  अभिभावकगण, शिक्षकों, विद्यालओं के खेल कोच, अपने अपने बच्चों के साथ रहे और उनकी फील्ड में हौसला आफजाई की।  विद्यालओं में शिक्षा निकेतन, गुरुकुल पब्लिक, त्रिमूर्ति पब्लिक , स्काई विज़न, माँ कल्याणेश्वरी विद्या मंदिर, आइंस्टीन पब्लिक स्कूल, श्री श्री साई विद्यालय (चास), श्री साई विद्यालय (राधागाऊँ), प्रियंदर्शिनी विद्यालय, आदर्श विद्या मंदिर (कुरहा), गैलेक्सी पब्लिक, संत  फ्रांसिस  इंटरनेशनल, एके पब्लिक, कैंब्रिज स्कूल ऑफ़ लर्निंग, मिनी संत जेवियर्स, ऑक्सफ़ोर्ड पब्लिक, झारखण्ड पब्लिक, गुडविल पब्लिक, चास कॉलेज, कोलंबस पब्लिक, मॉडर्न पब्लिक, देव पब्लिक, शारदा विद्या मंदिर, विश्वनाथ हाई स्कूल, देव पब्लिक, डी ऐ वी (तियारा)  इत्यादि  की प्रतिभागिता रही।

परियोजना निदेशक माननीय मनोज मोदी, अन्जु कुमारी जिला स्पोर्ट्स पदाधिकारी, केशव नाथ ठाकुर, रोशन कुमार, इंदिरा शर्मा, संजय जी खो खो एसोसिएशन के अध्यक्ष, योगो पुर्तीजी सामाजिक कार्यकर्ता, कबीर जी इत्यादि जज के निर्णायक मंडल में रहे।  

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