MP की लाडली बहनों के लिए बुरी खबर,लगा बड़ा झटका इन महिलाओं का कटा नाम जानें क्यों..?
मध्य प्रदेश की महत्वाकांक्षी योजना 'लाड़ली बहना योजना' की 22वीं किस्त मार्च में आने वाली है। लेकिन अब कई जिलों की महिलाओं के नाम योजना से कटने की खबरें आ रही हैं। जानें क्यों काटे गए नाम

Ladli Behna Yojana: मध्य प्रदेश की लाड़ली बहना योजना के तहत हर महीने पात्र महिलाओं के बैंक खातों में ₹1250 की आर्थिक सहायता भेजी जाती है। अब जब मार्च महीने की 22वीं किस्त जारी होने वाली है, तो कई जिलों से यह खबर आ रही है कि कुछ महिलाओं के नाम योजना से हटा दिए गए हैं, जिससे लाभार्थी महिलाओं को बड़ा झटका लगा है।
किन जिलों की महिलाओं के नाम कटे?
आगर मालवा, बैतूल, और टीकमगढ़ समेत कई जिलों में महिलाओं के नाम योजना के पोर्टल से डिलीट हो गए हैं। इससे वे इस सरकारी सहायता से वंचित हो गई हैं। स्थिति को गंभीरता से लेते हुए संबंधित जिलों के कलेक्टरों ने मध्य प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (MPSEDC) के एमडी को पत्र लिखकर इस मुद्दे की जानकारी दी है।
कलेक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार:
आगर मालवा: 58 महिलाओं के नाम पोर्टल से डिलीट और 142 महिलाओं के आधार नंबर योजना से डीलिंक हो गए।
बैतूल: 169 महिलाओं के नाम योजना से हट गए।
टीकमगढ़: जनवरी में 2,614 महिलाओं के नाम योजना से हटा दिए गए।
क्यों कट रहे हैं महिलाओं के नाम?
इस योजना में कुछ नियमों के आधार पर लाभार्थियों का चयन किया जाता है। हाल ही में 3,576 महिलाओं को इस योजना से बाहर किया गया। इसके मुख्य कारण थे:
1. 60 साल से अधिक उम्र: योजना का लाभ केवल 21 से 60 वर्ष की महिलाओं को ही मिलता है।
2. आधार कार्ड की जानकारी: जिन महिलाओं की उम्र 1 जनवरी के हिसाब से 60 वर्ष हो गई, उनका नाम योजना से हटा दिया गया।
3. अन्य तकनीकी कारण: आधार कार्ड में गलत जानकारी, समग्र पोर्टल में त्रुटि या किसी अन्य सरकारी लाभ से जुड़ी विसंगतियां भी इसकी वजह हो सकती हैं।
कौन ले सकता है योजना का लाभ?
इस योजना के तहत पात्रता के कुछ प्रमुख नियम हैं:
✅ महिला की उम्र 21 से 60 साल के बीच होनी चाहिए।
✅ परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से कम होनी चाहिए।
✅ परिवार का कोई सदस्य आयकर दाता (इनकम टैक्स भरने वाला) नहीं होना चाहिए।
✅ महिला के परिवार में कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
✅ परिवार के पास 1 एकड़ से अधिक कृषि भूमि नहीं होनी चाहिए।
✅ महिला के परिवार में कोई सांसद, विधायक या जनप्रतिनिधि नहीं होना चाहिए।
क्या करें अगर नाम कट गया है?
अगर किसी महिला का नाम गलती से योजना से हटा दिया गया है, तो वे संबंधित लोकल पंचायत, नगर निगम या जिला कलेक्टर कार्यालय में शिकायत दर्ज करा सकती हैं। इसके अलावा, समग्र पोर्टल पर जाकर अपनी जानकारी अपडेट करना भी जरूरी हो सकता है।