CM मोहन यादव की अनोखी पहल: अब हर लाडली बहन बनेगी आर्थिक रूप से सशक्त ‘लखपति दीदी’ मध्य प्रदेश की महिलाओं के जीवन में नया उजाला लेकर आई है मुख्यमंत्री मोहन यादव की खास सौगात — लखपति दीदी योजना। यह योजना प्रदेश की लाडली बहनों को सिर्फ आर्थिक मजबूती ही नहीं देती, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता की राह पर भी अग्रसर करती है।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया है कि अब लाडली बहनों को स्वरोजगार और प्रशिक्षण के ज़रिए लखपति दीदी बनने का अवसर मिलेगा। यानी महिलाएं अब खुद का व्यवसाय शुरू कर ₹1 लाख या उससे अधिक सालाना कमाई कर सकेंगी।
योजना की प्रमुख विशेषताएं
🔹 लक्ष्य: हर ग्राम पंचायत में कम से कम एक महिला को लखपति बनाना
🔹 लाभार्थी: लाडली बहना योजना की पात्र महिलाएं
🔹 सहायता: प्रशिक्षण, ऋण, मार्केट लिंक, ब्रांडिंग और विपणन
🔹 क्षेत्र: खेती, पशुपालन, हस्तशिल्प, सिलाई, मसाला निर्माण, मधुमक्खी पालन, आदि
सरकार की प्रतिबद्धता
CM मोहन यादव ने कहा, “हमारी लाडली बहनें सिर्फ सम्मान की हकदार नहीं, वे आत्मनिर्भर और समर्थ भी बनें, यही हमारा लक्ष्य है।
लाभ और प्रभाव
✅ परिवार की आय में वृद्धि
✅ गांव में स्वरोजगार को बढ़ावा
✅ महिलाओं की सामाजिक भागीदारी
✅ नए उद्यमों की शुरुआत
प्रेरणा की मिसाल
रीवा की गीता बाई, जो पहले घर का खर्च चलाने में असमर्थ थीं, अब लखपति दीदी योजना के तहत अचार और पापड़ बनाकर सालाना ₹1.3 लाख कमा रही हैं। वे अब अपने गांव की प्रेरणा बन चुकी हैं।
लाडली बहनों के लिए यह योजना सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता की सीढ़ी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की यह पहल ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक आज़ादी और नए जीवन की दिशा देने में मील का पत्थर साबित हो रही है।