लीला साहू के वायरल वीडियो से हिला सिस्टम, कमलेश्वर पटेल ने गांव में सड़क दिलाने का दिया भरोसा
“खड्डी खुर्द की सड़क मांग पर लीला साहू का वीडियो वायरल, कमलेश्वर पटेल ने दिलाया समाधान का भरोसा”

सीधी जिले के खड्डी खुर्द गांव की सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर लीला साहू इन दिनों अपने गांव की बदहाल सड़कों को लेकर सुर्खियों में हैं। लीला साहू लगातार सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर गांव की आवाज नेताओं और अधिकारियों तक पहुंचा रही हैं।
लेकिन अब तक गांव में सड़क बनाने का काम शुरू नहीं हो पाया है। पिछले साल उन्होंने इस मुद्दे को लेकर सांसद से भी मुलाकात की थी और गांव की दुर्दशा से अवगत कराया था, इसके बावजूद अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिलते रहे हैं।
लीला साहू ने अपने वायरल वीडियो में गांव की हालत साफ-साफ दिखाई और बताया कि बारिश के मौसम में सड़क न होने से पूरे गांव कीचड़ में तब्दील हो जाता है। बीमार लोगों को अस्पताल ले जाने में काफी परेशानी होती है, बच्चे स्कूल नहीं जा पाते और बुजुर्गों के लिए घर से बाहर निकलना तक मुश्किल हो जाता है।
खड्डी खुर्द गांव में 1000 से ज्यादा लोग रहते हैं, जो सालों से सड़क का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन बार-बार नेताओं और अधिकारियों के चक्कर काटने के बावजूद उनकी समस्या का हल नहीं हो सका।
लीला साहू के इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर जोरदार प्रतिक्रिया बटोरी और देखते ही देखते वायरल हो गया। वीडियो के वायरल होते ही कांग्रेस के पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल खुद गांव पहुंच गए और उन्होंने लीला साहू के साथ ग्रामीणों से भी बातचीत की।
कमलेश्वर पटेल ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि वे सरकार और संबंधित अधिकारियों से मिलकर सड़क निर्माण की प्रक्रिया को जल्द शुरू करवाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए तो कांग्रेस पार्टी गांव के लोगों के साथ मिलकर आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगी।
पूर्व मंत्री के आने से गांव के लोगों में उम्मीद की एक नई किरण जगी है। गांव के बुजुर्गों और महिलाओं ने भी अपनी समस्याएं कमलेश्वर पटेल के सामने रखीं। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क न होने से गांव शहर से पूरी तरह कट जाता है।
जिससे बीमार लोगों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता और जरूरी सामान लाना भी मुश्किल हो जाता है। किसानों को अपनी फसल बेचने में दिक्कत होती है और कई बार उन्हें बारिश के मौसम में भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
लीला साहू ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि अगर सड़क नहीं बनी तो वे गांव वालों के साथ मिलकर आंदोलन करेंगी और सरकार को जगाने का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि जब तक गांव में सड़क नहीं बनेगी, वे चैन से बैठने वाली नहीं हैं।
लीला का कहना है कि उनके वीडियो का मकसद किसी राजनीतिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि गांव के विकास के लिए है। उन्होंने ग्रामीण युवाओं से भी सोशल मीडिया पर अपने गांव की आवाज उठाने की अपील की, ताकि उनकी बात प्रदेश और केंद्र सरकार तक पहुंचे और खड्डी खुर्द के लोगों को सड़क की सुविधा मिल सके।
अब देखना होगा कि पूर्व मंत्री के आश्वासन के बाद प्रशासन हरकत में आता है या नहीं, और खड्डी खुर्द गांव के लोगों का सपना सड़क बनने के रूप में कब पूरा होगा।