MP में 112 निजी अस्पतालों के लाइसेंस रद्द, CMHO ने क्लीनिक किया सील
Big Action : दमोह जिले में संचालित 112 निजी अस्पतालों के लाइसेंस रद्द कर दिये गये हैं। यह कार्यवाई कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. सरोजिनी जेम्स बेक ने की है। मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिले के इतिहास में यह पहली बार है जिससे अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है। इसमें वे अस्पताल भी शामिल हैं जिन्होंने अपने लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया है।
इन अस्पतालों के लाइसेंस रद्द
आपको बता दें की निरस्त अस्पतालों में आद्या पॉली क्लीनिक, आस्था क्लीनिक, अरिहंत क्लीनिक, अर्पित क्लीनिक बटियागढ़, आशीर्वाद डेंटल क्लीनिक, डॉक्टर बीबी नामदेव क्लीनिक, चैतन्य क्लीनिक, चक्रवर्ती क्लीनिक, चरक क्लीनिक, चौधरी क्लीनिक, चौधरी डेंटल क्लीनिक, चौकरया डेंटल क्लीनिक, दमोह फिजियोथैरेपी क्लीनिक, डेंटल क्लीनिक, दिव्या क्लीनिक, दिवाकर क्लीनिक, डॉ. मनोज कुमार तिवारी क्लीनिक, डॉ. तिलकराज दुआ क्लीनिक, डॉ. अबुल अजीज क्लीनिक, डॉ. भानूप्रताप पटेल क्लीनिक, डॉ. गंगाराम पटेल क्लीनिक, डॉ. गोपाल प्रसाद अयाची क्लीनिक, डॉ. एचएच सूर्यवंशी क्लीनिक, डॉ. आईसी जैन क्लीनिक, डॉ. इजराइल खान, डॉ. जेएस राजपूत, डॉक्टर जैन क्लीनिक, डॉ. मु. तौफीक खान, डॉ. प्रदीप कुमार शेंडे क्लीनिक, डॉ. आरपी साहू क्लीनिक, डॉ. राजकुमार जैन क्लीनिक, डॉ. राकेश राजपूत क्लीनिक, डॉ. संजय कुमार कुर्मी क्लीनिक, डॉ. शिवहरे क्लीनिक, डॉ. सुबोध कुमार जैन क्लीनिक, डॉ. स्वाति जैन क्लीनिक, डॉ. बीके चनपुरिया क्लीनिक, डॉ. योगेश पटेल क्लीनिक, , डॉ. सतीश दुबे क्लीनिक, ईशान क्लीनिक, गरीब विकास संस्था, गीता क्लीनिक, गुरु कृपा क्लीनिक, होम्योपैथिक क्लीनिक, होम्योपैथिक दवाखाना, हॉस्पिटल कुम्हारी, जय मां क्लीनिक, जैन क्लीनिक, जैन पैथालॉजी सेंटर, जैन पॉली क्लीनिक सहित अन्य अस्पताल शामिल हैं।
संचालक की उपस्थित में क्लीनिक सील
सीएमएचओ कार्यालय द्वारा जिन निजी अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं उनमें गरीब विकास संस्था नाम से 15 निजी क्लीनिक हैं, जिनके संचालकों के नाम अलग-अलग हैं। इनमें 7 संस्थाएं 2016 में और 8 संस्थाएं 2017 में रजिस्टर्ड की गई हैं।लेकिन इन अस्पतालों के लाइसेंस नवीनीकरण नहीं कराए गए। वहीं हटा बीएमओ डॉ. अमन श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार मानसी अग्रवाल ने स्वास्थ्य, राजस्व व पुलिस अमले के साथ काईखेड़ा गांव में संचालित एक अस्पताल संचालक छन्नू लाल रजक द्वारा बिना किसी वैध दस्तावेज, डिग्री के अस्पताल पर सील की कार्यवाई की गई है। जहां से बड़ी मात्रा में दवाएं, इंजेक्शन भी अमले ने बरामद कर पंचनामा कार्रवाई के बाद संचालक की उपस्थिति में ही क्लीनिक को सील किया गया।
लाइसेंस नवीनीकरण की प्रक्रिया है ऑनलाइन
सीएमएचओ डॉ सरोजनी जेम्स बेक ने बताया कि हर तीन साल में लाइसेंस का नवीनीकरण किया जाता है। यह प्रक्रिया ऑनलाइन की गई है। सरकारी नियमों के मुताबिक मांगे गए दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए, इसलिए कार्रवाई की गई। जिनके लाइसेंस रद्द किए गए हैं वे प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं।