एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोषणा की कि महाराष्ट्र के राज्यपाल और भाजपा के वरिष्ठ नेता सीपी राधाकृष्णन एनडीए की ओर से चुनाव लड़ेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया।
जेपी नड्डा ने बताया कि विपक्षी दलों से भी संपर्क साधा जाएगा, ताकि सर्वसम्मति से उम्मीदवार चुना जा सके। उन्होंने कहा कि भाजपा और एनडीए के सहयोगी दल इस फैसले के साथ खड़े हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर सीपी राधाकृष्णन को शुभकामनाएं दीं और लिखा कि राधाकृष्णन ने अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में सेवा, विनम्रता और समर्पण के साथ एक अलग पहचान बनाई है। उनका काम विशेष रूप से तमिलनाडु में जमीनी स्तर पर लोगों के जीवन में सुधार लाने पर केंद्रित रहा है।
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन
जन्म: 20 अक्टूबर 1957, तिरुप्पुर (तमिलनाडु)
राजनीतिक करियर की शुरुआत: RSS और जनसंघ से
लोकसभा सांसद: 1998 और 1999 में कोयम्बटूर से निर्वाचित
पूर्व अध्यक्ष: 2003–2006 में तमिलनाडु भाजपा प्रमुख
राज्यपाल का अनुभव
झारखंड (फरवरी 2023–जुलाई 2024)
तेलंगाना व पुडुचेरी (अतिरिक्त प्रभार)
वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल (31 जुलाई 2024 से)
राधाकृष्णन ने भाजपा तमिलनाडु अध्यक्ष रहते हुए 93 दिन की रथ यात्रा निकाली थी, जिसका मकसद नदियों का आपस में जुड़ाव, आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता और अस्पृश्यता का उन्मूलन था। वे संसद में वस्त्र उद्योग पर स्थायी समिति के अध्यक्ष भी रहे और कई वित्तीय समितियों से जुड़े रहे।
समर्थन में एनडीए के सहयोगी दल
चिराग पासवान (लोजपा), जयंत सिंह (आरएलडी), पवन कल्याण (जनसेना), एन. चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी) और जीतनराम मांझी (हम पार्टी) ने भी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी का समर्थन किया है।
चुनाव कार्यक्रम
नामांकन की अंतिम तिथि: 22 अगस्त
संभावित नामांकन तिथि (एनडीए उम्मीदवार): 21 अगस्त
चुनाव तिथि: 9 सितंबर
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद खाली हुई उपराष्ट्रपति की कुर्सी अब नए चुनाव से भरी जाएगी। एनडीए को भरोसा है कि सीपी राधाकृष्णन का व्यापक अनुभव और जनसेवा का लंबा सफर उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाता है।