Viksit Bharat Rojgar Yojana: आज देशभर में आजादी का 78वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 12वीं बार तिरंगा फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम स्थल पर उनकी अगवानी की। ध्वजारोहण से पहले प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और विकसित भारत के निर्माण के लिए नया जोश और ऊर्जा की कामना की।
विकसित भारत रोजगार योजना का शुभारंभ
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं के लिए एक बड़ी सौगात का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि आज से प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना लागू की जा रही है, जिसके तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को 15,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
इस योजना से 3.5 करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है और इसके लिए 1 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मिशन गगनयान और स्पेस सेक्टर में तेजी
पीएम मोदी ने बताया कि शुभांशु शुक्ला जल्द भारत लौट रहे हैं और देश का मिशन गगनयान तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाने की दिशा में भी कदम बढ़ा रहा है। उन्होंने गर्व से कहा कि आज देश के 300 से ज्यादा स्टार्टअप्स सिर्फ अंतरिक्ष क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
सेमीकंडक्टर में ऐतिहासिक कदम
प्रधानमंत्री ने सेमीकंडक्टर तकनीक में पिछली सरकारों की देरी का जिक्र करते हुए कहा कि दशकों पहले शुरू हुई पहल ठप पड़ी रही, जबकि अन्य देशों ने इस क्षेत्र में महारत हासिल कर ली।
उन्होंने घोषणा की कि देश में छह सेमीकंडक्टर यूनिट्स की नींव रखी जा चुकी है और इस साल के अंत तक ‘मेड इन इंडिया’ चिप्स बाजार में उपलब्ध होंगी।
ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का संकल्प
पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने सोलर एनर्जी उत्पादन में 11 वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि की है। हाइड्रो पावर विस्तार के लिए नए डैम बन रहे हैं और ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत हजारों करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है।
परमाणु ऊर्जा में 10 नए रिएक्टर कार्यरत हैं और 2047 तक क्षमता को 10 गुना बढ़ाने का लक्ष्य है। निजी क्षेत्र को भी इस क्षेत्र में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया गया है।
स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत का आह्वान
व्यापारियों को संदेश देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वदेशी का उपयोग मजबूरी में नहीं, मजबूती के लिए करना होगा। जरूरत पड़ने पर हम दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
इस तरह प्रधानमंत्री का स्वतंत्रता दिवस भाषण सिर्फ उत्साहवर्धक नहीं, बल्कि भारत के विकास और आत्मनिर्भरता के लिए ठोस रोडमैप भी प्रस्तुत करता है।