पटना की सड़कों पर गूंजी राहुल गांधी की आवाज़: वोटर अधिकार यात्रा से लोकतंत्र बचाने का संकल्प
महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के समापन में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने पटना से दी लोकतंत्र बचाने की जोरदार पुकार

वोटर अधिकार यात्रा: बिहार की राजधानी पटना ने सोमवार को एक ऐतिहासिक राजनीतिक माहौल का गवाह बना। यहां महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा का समापन हुआ, जिसमें देश की राजनीति के कई दिग्गज नेता एक साथ मंच पर दिखे। इस यात्रा का मकसद जनता को जागरूक करना और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा का संदेश देना था।
राहुल गांधी का सीधा हमला
डाकबंगला चौराहे पर बने मंच से कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर वोट चोरी की गई है। उनके मुताबिक, करीब एक करोड़ नए वोटर लिस्ट में शामिल किए गए, लेकिन सभी वोट सीधे बीजेपी को मिले।
राहुल ने दावा किया कि कई विधानसभा क्षेत्रों में फर्जी वोटिंग कराई गई। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि बेंगलुरु सेंट्रल की सात विधानसभा सीटों में से छह पर विपक्षी दल जीत रहे थे, लेकिन जिस सीट पर एक लाख फर्जी वोट थे, वहां बीजेपी जीत गई। राहुल का कहना था कि चुनाव आयोग और बीजेपी ने मिलकर लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ किया है।
तेजस्वी यादव का बिहारियों से आह्वान
वहीं, बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में नीतीश सरकार और केंद्र पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार लोकतंत्र की धरती है और यहीं से लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन जनता ऐसा कभी होने नहीं देगी।
तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा, “फैक्ट्री गुजरात में लगती है और जीत बिहार से चाहिए।” उन्होंने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि हाल ही में एक इंजीनियर के यहां सौ करोड़ रुपये बरामद हुए, जिनमें से दस करोड़ रुपये के नोट जला दिए गए। उनका आरोप था कि इस घोटाले के पीछे सरकार के खासमखास लोग हैं और सत्ता भ्रष्टाचार की दलदल में फंस चुकी है।
भीड़ से संवाद करते हुए तेजस्वी ने नारा लगवाया – “इस सरकार को बदलना है।” उनका कहना था कि बिहार की जनता ठगी नहीं जाएगी और आने वाले समय में सही जवाब देगी।
महागठबंधन का संदेश
महागठबंधन की इस यात्रा में राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, मल्लिकार्जुन खरगे और मुकेश सहनी समेत कई नेताओं ने जनता से सीधा संवाद किया। पूरे कार्यक्रम का मकसद जनता को यह विश्वास दिलाना था कि विपक्ष लोकतंत्र और वोटिंग अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है।
यात्रा के समापन में यह साफ संदेश गया कि विपक्ष चुनावी मैदान में पूरी मजबूती से उतरने वाला है। भीड़ का उत्साह और नेताओं का तेवर दोनों ही इस बात का संकेत थे कि आने वाले चुनाव में बिहार की राजनीति और भी रोमांचक मोड़ ले सकती है।