Shivraj Cabinet Decision: शिवराज कैबिनेट में लाडली बहना योजना के लिए 1250 करोड़ मंजूर रेत खनन नीति में संशोधन जानिए कब आएगा पैसा

Shivraj Cabinet Decision: शिवराज कैबिनेट में लाडली बहना योजना के लिए 1250 करोड़ मंजूर रेत खनन नीति में संशोधन जानिए कब आएगा पैसा।
प्रथम न्याय न्यूज़। मध्यप्रदेश में वर्ष 2023 के आखिरी महीनों में विधानसभा चुनाव होना है जिसकी तैयारियों को लेकर प्रदेश के सभी पार्टियों ने घोषणाओं की शुरुआत कर दी है इसी बीच मध्य प्रदेश के शिवराज सरकार में कैबिनेट बैठक आज 16 मई 2023 को हुई जहां कई योजनाओं को लेकर कैबिनेट बैठक में मंजूरी मिली है।
कैबिनेट बैठक में मिले मंजूरी के प्रमुख बिंदु:-
1. आज की कैबिनेट में शिवराज सरकार के द्वारा महत्वाकांक्षी योजना में से एक लाडली बहना योजना के बजट को स्वीकृति मिल गई है शिवराज सरकार 1 महीने में 1250 करोड रुपए लाडली बहनों के खाते में अंतरित करने के निर्देश जारी किए हैं विदित हो कि प्रदेश की एक करोड़ 33 लाख 25 हजार से ज्यादा लाडली बहनों ने इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है जिसका उन्हे लाभ मिलेगा।
2. वहीं प्रदेश के अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिए छह लाख की आय सीमा को बढ़ाते हुए 8 लाख कर दिया गया है।
3. शिवराज कैबिनेट में प्रदेश की रेत नीति में संशोधन को भी मंजूरी मिली है प्रदेश की रेत खनन नीति में e-tender और सह नीलामी का प्रावधान भी रहेगा जब एग्रीमेंट होगा तब से लेकर 3 साल तक ही खदान का ठेका अनुबंधित रहेगा इसके बाद ठेके को समाप्त कर दिया जाएगा अगर इसमें ठेकेदार चाहे तो 2 साल का विस्तार भी कर सकते हैं।
4. इंटरनेट से जुड़ेगी सहकारी समितियां
इस कैबिनेट की बैठक में शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लिया है सहकारी समितियों को हाई स्पीड इंटरनेट से जोड़ा जाएगा। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा ऑप्टिकल फाइबर आधारित इंटरनेट प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराने का फैसला किया गया है।
5. पुजारी लेंगे मंदिर की जमीनों का निर्णय
आज के हुई इस अहम बैठक में प्रदेश के सरकार के द्वारा संरक्षित व संधारित मंदिरों के पुजारियों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है ऐसे मंदिरों की कृषि भूमि यदि 10 एकड़ है तो इससे होने वाली आय का उपयोग पुजारी स्वयं के लिए कर सकेंगे और यदि अधिक है तो उन्हीं मंदिरों में 10 एकड़ के अतिरिक्त भूमि का जिला कलेक्टर को सूचित करते हुए पारदर्शी प्रक्रिया अपनाकर व्यवसायिक उपयोग किया जा सकता है इससे प्राप्त होने वाली आज मंदिर के खाते में जमा करवाई जाएगी।