Sidhi crime news: रेत माफिया के खिलाफ अमिलिया पुलिस की बड़ी कार्यवाही, जरासंध व कालयवन की तरह उखाड़ फेंकना हमारा लक्ष्य: अशोक
Sidhi crime news: रेत माफिया के खिलाफ अमिलिया पुलिस की बड़ी कार्यवाही, जरासंध व कालयवन की तरह उखाड़ फेंकना हमारा लक्ष्य: अशोक।
प्रथम न्याय न्यूज़। सीधी जिले की अमिलिया पुलिस को उस वक्त बड़ी सफलता हाथ लगी जब सोन नदी के प्रतिबंधित क्षेत्र तितली घाट से क्षेत्र के बड़े रेत माफिया के द्वारा रात के अंधेरे में अवैध रूप से रेत उत्खनन का कार्य किया जा रहा था अमिलिया पुलिस के इस कार्यवाही से रेत माफियाओं में हड़कंप की स्थिति निर्मित है।
जानिए क्या है पूरा मामला
अमिलिया थाना क्षेत्र का एक ऐसा रेत माफिया जिसके ऊपर अमिलिया थाना में 3 प्रकरण रेत चोरी के पंजीबद्ध है और यह क्षेत्र के रेत माफियाओं में से सबसे बड़ा रेत किंग माना जाता है कहा जाता है कि इसकी सांठगांठ ऊपरी स्तर के खादी व खाकी दोनों से है। जिसके बलबूते अमिलिया पुलिस को वह चकमा देकर लगातार काफी समय से रात के अंधेरे में सोन नदी के प्रतिबंधित क्षेत्र जो अभ्यारण अंतर्गत आता है वहां से रेत उत्खनन कर रहा था तथा राजस्व विभाग को काफी चूना लगा रहा था। इस किंग को पकड़ने के लिए अमिलिया थाना प्रभारी काफी दिनों से ताक में थे परंतु यह किंग पकड़ में नहीं आ रहा था। जहां एक तरफ सीधी एसपी ऐसे माफियाओं को पकड़ने के लिए अभियान छेड़े हुए हैं ऐसी स्थिति में यह माफिया पुलिस के नाक में दम कर रखा था।
किंग को पकड़ने के लिए अशोक ने रचा चक्रव्यूह
थाना प्रभारी अमिलिया निरीक्षक अशोक पांडेय ने इस किंग को पकड़ने के लिए चक्रव्यूह रचा जिसमें यह अभिमन्यु की भांति फंस तो गया परंतु बाहर नहीं निकल सका बाहर निकलने के लिए यह जैसे पानी के बिना मछली फड़फड़ाती है उसी तरह चारों तरफ हांथ पांव मारता रहा लेकिन श्री पांडेय के आगे उसकी एक न चली।
पहले जाने यह कैसे फंसा चक्रव्यूह में
थाना प्रभारी अमिलिया श्री पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि 2-3 जून 2022 की दरमियानी रात लगभग 2:30 बजे के आसपास हमारे मुखबिर से जानकारी मिली की क्षेत्र का सबसे बड़ा रेत माफिया सोन नदी के प्रतिबंधित अभ्यारण क्षेत्र तितली घाट से रात के अंधेरे का फायदा उठाकर अवैध रूप से रेत का परिवहन कर रहा है वही हमारे द्वारा इस किंग को पकड़ने के लिए टीम गठित कर सोन नदी के तितली घाट पर पहुंचते हुए घेराबंदी कर ली गई जहां किंग धर्मेंद्र सिंह अपने बिना नंबर के नीले कलर के पावर ट्रेक ट्रैक्टर 439 DS PLUS जिसका इंजन नंबर E3705192 चेचिस नंबर T053624753HL लिखा हुआ है जो सोन नदी के प्रतिबंधित घड़ियाल क्षेत्र से अवैध रूप से रेत उत्खनन कर रहा था जिसकी वजह से वन्य जल जीव के जीवन को संकट में डाल रहा था तथा पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाते हुए रेत चोरी का अपराध किया गया। वही ट्रैक्टर को छोड़ कर चालक धर्मेंद्र सिंह व मजदूर वहां से भाग गए धर्मेंद्र सिंह ने ट्रैक्टर को लेकर भागने का भी प्रयास किया परंतु पुलिस ने घेराबंदी कर दबोच लिया।
इन धाराओं के तहत की गई है कार्यवाही
थाना प्रभारी अमिलिया श्री पांडेय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया है की उक्त कृत्य को अपराध 379, 414 ता. हि. 4/21, खान खनिज अधिनियम एवं धारा 2,41,52 भा. वन्य अधिनियम की धारा 27, 29,39 डी. 51 वन्य जीव संरक्षण अधिनियम धारा 15, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम का दंडनीय अपराध पाया गया जिसके ट्राली में रेत लोड है पुत्र ट्रैक्टर को जप्त कर पुलिस के कब्जे में लिया गया है तथा अपराध क्रमांक 356/23 कायम कर आरोपी की पता तलाश की जा रही है। वहीं श्री पांडेय ने यह भी बताया है कि इस मामले का आरोपी धर्मेंद्र सिंह निवासी ग्राम खड़बड़ा जो रेत चोरी का आदतन अपराधी है जिसके विरुद्ध थाना अमिलिया में इसके पूर्व भी 3 प्रकरण पंजीबद्ध किए जा चुके हैं।
जरासंध और कालयवन की तरह माफियाओं को खत्म करना प्राथमिकता
श्री पांडेय ने बातचीत के दौरान यह भी बताया है कि जिस तरह से भगवान कृष्ण ने जरासंध और कालयवन जैसे राक्षसों का नाश किया था उसी तरह माफियाओं का संपूर्ण नाश किया जाएगा तथा क्षेत्र में पनपने नहीं दिया जाएगा और उनके खिलाफ इससे भी कठोर कार्यवाही की जाएगी।
रेत माफियाओं में दहशत का माहौल
अमिलिया पुलिस की इस बड़ी कार्यवाही से क्षेत्र के समस्त माफियाओं में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है क्योंकि जब से पुलिस अधीक्षक सीधी डॉ रविंद्र वर्मा जिले की कमान संभाले हैं तब से माफियाओं के विरुद्ध एक अभियान छेड़ा हुआ है उसी का यह नतीजा है रेत माफिया का बड़ा किंग अमिलिया पुलिस के हत्थे चढ़ा है।
इस संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी अमिलिया निरीक्षक अशोक पांडेय, सहायक उप निरीक्षक सुनील पाठक, प्रधान आरक्षक राजेंद्र सिंह, अरुणेंद्र पटेल, आरक्षक दिनेश सिंह, प्रकाश सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इस कार्यवाही के बाद क्षेत्र के लोगों की जुबान पर एक भोजपुरी गाना काफी चल रहा है लोग कह रहे हैं कि ‘ ए हो मगरू अब का करब, केकर अब तू धानि उजरब’।